Himachal Pradesh Assembly Election 2022: भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में दो बार सीएम रहे प्रेम कुमार धूमल की सीट बदल दी, लिहाजा वे हार गए। इस बार पार्टी ने अपने दो कद्दावर मंत्रियों की सीट बदल दी है और लोग परिणाम को लेकर डरे हुए हैं।
शिमला। Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार ट्रेंड बदलकर वापस सत्ता में आने को प्रयासरत भाजपा ने अपने दो मंत्रियों के टिकट बदल दिए। पार्टी ने राज्य सरकार में मंत्री रहे दो नेताओं की विधानसभा सीट बदल दी। पहली सीट जिनकी बदली गई है, उनका नाम सुरेश भारद्वाज है। सुरेश शिमला सदर विधायक थे और वे राज्य सरकार में शहरी विकास मंत्री हैं। हालांकि, इस बार उन्हें पार्टी ने कसुंप्टी से टिकट दिया है।
दूसरा मामला राकेश पठानिया है। राकेश पिछले विधानसभा चुनाव में कांगड़ा जिले में नूरपुर विधानसभा सीट से जीते थे। वे जयराम ठाकुर सरकार में वन मंत्री हैं, मगर इस बार उनकी भी सीट बदल दी गई है। पार्टी ने इस विधानसभा चुनाव में उन्हें फतेहपुर सीट से मैदान में उतारा है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब भाजपा ने इस तरह का प्रयोग किया है। दरअसल, पार्टी इससे पहले पिछले विधानसभा चुनाव में ऐसा ही कारनामा कर चुकी है, वो भी पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के साथ।
कांग्रेस का गढ़ रही हैं ये दोनों सीटें
भाजपा ने राज्य के दो बार सीएम रहे और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पिता प्रेम कुमार धूमल को 2017 के विधानसभा चुनाव में हमीरपुर सीट की जगह सुजानपुर से प्रत्याशी घोषित किया। धूमल यहां कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र राणा से हार गए। माना जा रहा है कि कहीं इस बार भी यह प्रयोग भाजपा और इन दो मंत्रियों के लिए भारी न पड़ जाए। वैसे भी सुरेश भारद्वाज और राकेश पठानिया को जिन सीट से उतारा गया है, वे कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही हैं।
113 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में नामांकन और नाम वापसी का दौर पूरा हो चुका है। यहां 68 विधानसभा सीटों के लिए कुल 786 उम्मीदवार ने पर्चा भरा था। मगर 589 प्रत्याशियों का पर्चा स्वीकृत हुआ, जबकि 84 के पर्चे रिजेक्ट हो गए। वहीं 113 ने उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया था। इस बार एक चरण में वोटिंग होगी। चुनाव प्रचार अभियान 10 नवंबर को शाम पांच बजे खत्म हो जाएगा। इसके बाद मतदान 12 नवंबर को है, जबकि मतगणना 8 दिसंबर को होगी। इसमें भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ इस बार आम आदमी पार्टी ने भी सभी 68 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं।