10 प्वाइंट में समझें क्या है OPS.. हिमाचल में कांग्रेस मचा रही शोर, BJP संकल्प पत्र में कर सकती है शामिल

Himachal Pradesh Assembly Election 2022: भाजपा आज शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में संकल्प पत्र लाने वाली थी, मगर अचानक इसे 6 नवंबर तक के लिए टाल दिया। कांग्रेस 5 नवंबर को घोषणा पत्र जारी करेगी और OPS पर बड़ी घोषणा कर सकती है। 

शिमला। Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस OPS यानी ओल्ड पेंशन स्कीम पर अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर चुकी है। कांग्रेस ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो पहली ही कैबिनेट मीटिंग में ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि हिमाचल चुनाव में कांग्रेस इसे तुरुप के पत्ते के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है। भाजपा भी संभवत: यह मान रही है कि वोटर्स इस पर मान गए, तो रिवाज बना रह सकता है और पांच साल बाद कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी। 

शायद यही वजह है कि भाजपा ने शुक्रवार 4 नवंबर को अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया और इसे अचानक 6 नवंबर तक के लिए टाल दिया। वहीं, कांग्रेस कल यानी 5 नवंबर को अपना घोषणा पत्र जारी करने वाली है। कांग्रेस के रूख के बाद भाजपा भी ओल्ड पेंशन स्कीम पर कर्मचारियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए इसे अपने संकल्प पत्र में शामिल कर सकती है। आइए प्वाइंटर्स में समझते हैं कि ओपीएस क्यों राजनीतिक दलों के लिए खास मुद्दा बना हुआ है। 

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589 प्रत्याशी इस बार मैदान में 
बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में नामांकन और नाम वापसी का दौर पूरा हो चुका है। यहां 68 विधानसभा सीटों के लिए कुल 786 उम्मीदवार ने पर्चा भरा था। मगर 589 प्रत्याशियों का पर्चा स्वीकृत हुआ, जबकि 84 के पर्चे रिजेक्ट हो गए। वहीं 113 ने उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया था। इस बार एक चरण में वोटिंग होगी। चुनाव प्रचार अभियान 10 नवंबर को शाम पांच बजे खत्म हो जाएगा। इसके बाद मतदान 12 नवंबर को है, जबकि मतगणना 8 दिसंबर को होगी। इसमें भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ इस बार आम आदमी पार्टी ने भी सभी 68 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। 

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