अवैध रेत खनन मामले में फंसा भूपिंदर सिंह हनी को ईडी ने 4 फरवरी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। मामले में सुनवाई हुई और कोर्ट ने हनी को 8 फरवरी तक ईडी की हिरासत में भेजा था। बाद में ईडी की मांग पर रिमांड को 11 फरवरी तक बढ़ा दिया गया था।
चंडीगढ़। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी की रिमांड एक बार फिर बढ़ सकती है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एक बार फिर हनी की रिमांड अवधि बढ़ाने की तैयारी में है। इसके लिए इस बार आधार बनाया गया है- हनी की डिजिटल डायरी। ईडी की तरफ से दावा किया गया है कि इस डिजिटल डायरी में 18 लाख पेज हैं। अभी तक 20 हजार पेजों का ही विश्लेषण हो पाया है। बाकी का विश्लेषण अभी चल रहा है। इसके लिए वक्त चाहिए। जालधंर की कोर्ट में इसी को आधार बनाकर हनी का रिमांड मांगी जाएगी।
बता दें कि अवैध रेत खनन मामले में फंसा भूपिंदर सिंह हनी को ईडी ने 4 फरवरी को गिरफ्तार किया था। उसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। मामले में सुनवाई हुई और कोर्ट ने हनी को 8 फरवरी तक ईडी की हिरासत में भेजा था। बाद में ईडी की मांग पर रिमांड को 11 फरवरी तक बढ़ा दिया गया था। तब ईडी का कहना था कि हनी से अभी कई सारी जानकारियां लेना बाकी है। वह पूछताछ में सहयोग भी नहीं कर रहा है। ईडी का दावा है कि हनी ने स्वीकार लिया है कि जो रकम उसके ठिकाने से बरामद हुई थी, वह उसने तबादलों के नाम पर वसूली ली थी। इसके बाद से अब ईडी के रडार पर वे अधिकारी भी आ गए हैं, जिन्होंने तबादला किया और कराया था।
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मुख्यमंत्री के नाम पर गड़बड़ी कर रहा था हनी
जानकारों का कहना है कि ईडी की जांच की आंच मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तक भी पहुंच सकती है । क्योंकि जिस तरह से ईडी जांच कर रही है, इसमें कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री चन्नी भी सवालों के घेरे में नजर आ रहे हैं। ईडी का मानना है कि हनी अपने दम पर कुछ नहीं कर सकता है। वह अपने रिश्तेदार मुख्यमंत्री के नाम पर ही सारी गड़बड़ कर रहा था। उसने जो धन उगाही की है वह भी सीएम के नाम पर की है।
डिजिटल डायरी खोलेगी बड़े राज
ईडी के सीनियर अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि भूपिंदर सिंह उर्फ हनी सिंह का माइनिंग माफिया के साथ लेन-देन हुआ है। हनी से बरामद मोबाइल फोन समेत डिजिटल डिवाइस से 18 लाख पेज की सामग्री मिली है। इसके विवरण को पढ़ना जरूरी है। क्योंकि इसके बाद ही पता चल पाएगा कि हनी सिंह किसके साथ कैसे कैसे, क्या-क्या डील करता रहा है।
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18 जनवरी को छापेमारी मिले थे 10 करोड़ नकद
ईडी ने पिछले महीने 18 जनवरी को हनी और उसके जानकारों के यहां पर छापेमारी की थी। इसमें उसके फ्लैट से करीब 7.9 करोड़ रुपए नकद बरामद किए गए थे। इसके अलावा, उसके पहचान वाले संदीप कुमार के पास से करीब दो करोड़ रुपए की नकदी भी बरामद हुई थी। हनी यहां कुदरतदीप सिंह और संदीप कुमार प्रोवाइडर ओवरसीज कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी का डायरेक्टर बताया जाता है।
क्या अवैध लेन-देन की जानकारी सीएम चन्नी को थी?
ईडी का मानना है कि इसमें से ज्यादातर अवैध माइनिंग से जुड़े रहे हैं। इस वजह से इस मामले में अभी गहनता से जांच जरूरी हो गई है। हनी सिंह सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का रिश्तेदार है। इस वजह से ईडी इस तथ्य की भी जांच कर रही कि इस अवैध लेनदेन की क्या सीएम को जानकारी थी। इस आधार पर भी जांच की जा रही है। पंजाब में इस वक्त चुनाव चल रहे हैं। कांग्रेस खासतौर पर प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश में बार-बार रेत माफिया की गतिविधियों पर रोक लगाने की बात करते रहे हैं। लेकिन, अब जबकि उनकी पार्टी पर ही रेत माफिया का साथ देने के आरोप लग रहे हैं, इससे कांग्रेस प्रदेश में बैकफुट पर है।
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अगर चन्नी से पूछताछ हुई तो कांग्रेस को होगा बड़ा नुकसान
विपक्ष खासतौर पर अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर जबरदस्त हमला बोल रखा है। अब यदि ईडी ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से इस मामले में पूछताछ कर ली तो कांग्रेस के लिए यह बहुत बड़ा झटका साबित हो सकती है। क्योंकि इसका असर पार्टी की छवि पर पड़ता है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव में कांग्रेस को खासा नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। कांग्रेस ने इस बार चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम का चेहरा भी बनाया हुआ है। यह चुनाव उनके नाम पर ही लड़ा जा रहा है।
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