RDIP सर्वे में यह बात सामने आ रही है कि इस बार पंजाब में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर नहीं आ रहा है। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल +बसपा गठबंधन को बढ़त मिलती नजर आ रही है। सीधी लड़ाई कांग्रेस और शिअद+बसपा के बीच लगती है।
मनोज ठाकुर, चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी प्रचार में एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। इस बीच, जनमत सर्वे भी सामने आने लगे हैं। मैन स्ट्रिम मीडिया के चुनावी सर्वे में पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती दिखा रहे है, लेकिन जमीनी हकीकत थोड़ी अलग नजर आ रही है। क्योंकि रिसर्च डेस्क (आरडीआईपी) का सर्वे कुछ अलग ही संकेत देता नजर आ रहा है।
सर्वे में यह बात सामने आ रही है कि इस बार पंजाब में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर नहीं आ रहा है। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल +बसपा गठबंधन को बढ़त मिलती नजर आ रही है। सीधी लड़ाई कांग्रेस और शिअद+बसपा के बीच लगती है। पंजाब में 117 विधानसभा सीटों पर 1,18,600 के सैंपल के साथ आरडीआईपी सर्वेक्षण (25 जनवरी तक) के अनुसार, शिअद+बसपा गठबंधन को 39-44 (+-5) सीटें दी हैं, इसके बाद कांग्रेस को 38-43 (-+5) सीटें दी गई हैं। आप को 18-23 (-+3), भाजपा+पीएलसी को 6-10 (+-2) और अन्य को 4-6 (+-1) सीटें मिलती दिख रही हैं।
सीएम के तौर पर चन्नी को सबसे ज्यादा वोट
इस तरह से देखा जाए तो अकाली दल को 31 प्रतिशत, कांग्रेस को 30 प्रतिशत, आम आदमी पार्टी को 25 और भाजपा गठबंधन को 9 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। अन्य को 5 प्रतिशत तक वोट मिल सकता है। आरडीआईपी के अनुसार, पंजाब में सीएम के तौर पर सबसे ज्यादा मत चरणजीत सिंह चन्नी को 34 प्रतिशत है। दूसरे नंबर भगवंत मान को 27 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है। सुखबीर बादल 24 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं। नवजोत सिंह सिद्धू को सिर्फ 10 प्रतिशत लोगों ने सीएम के तौर पर पसंद किया है।
आप को मालवा में नुकसान
आप को विशेष रूप से मालवा क्षेत्र में संयुक्त समाज मोर्चा के चुनाव लड़ने से भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि आम आदमी पार्टी की मालवा में मजबूत पकड़ है। जो कांग्रेस को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचा रही है। कैडर बेस पार्टी ही पंजाब में आखिरी तक खुद को मजबूत रखते हुए जीत के आंकड़े की ओर बढ़ सकती है।
2017 में ये परिणाम आए थे
2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 117 सीटों में से 77 पर जीत हासिल की थी। इस प्रचंड जीत ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सत्तारूढ़ गठबंधन को केवल 18 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर धकेल दिया। आम आदमी पार्टी (आप) दूसरे स्थान पर रही, उसने 20 सीटें जीत कर प्रमुख विपक्षी दल बनी थी।
आरडीआईपी के अनुसार, क्षेत्रवार स्थिति
माझा क्षेत्र
माझा इलाके में चार सीमावर्ती जिले अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन और पठानकोट शामिल हैं। ये पंजाब विधानसभा की 117 में से केवल 25 सीटों यहां से हैं। इसके बाद भी माझा पंजाब की राजनीति में बड़ी भूमिका निभाता रहा है।
सीटों का अनुमान
माझा (25 जनवरी तक) के आरडीआईपी के विश्लेषण के अनुसार शिअद+बसपा गठबंधन को 12-13 (+-2) सीटें मिल रही हैं, जबकि कांग्रेस को 11-12 (+-1), आप को 1-2, भाजपा+पीएलसी को 1-2 और अन्य को 0 सीटें।
वोटिंग प्रतिशत का अनुमान
शिअद+बसपा गठबंधन को 34 प्रतिशत, कांग्रेस को 32 प्रतिशत, आप को 18 प्रतिशत , बीजेपी+पीएलसी को 9 प्रतिशत और अन्य को 6 प्रतिशत वोट मिल रहे हैं।
सीएम के लिए कौन पसंदीदा?
चरणजीत सिंह चन्नी 34 प्रतिशत, भगवंत मान 26 प्रतिशत, सुखबीर बादल 26 प्रतिशत, नवजोत सिद्धू 10 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं।
दोआबा क्षेत्र
पंजाब में जो जिले दोआबा क्षेत्र का हिस्सा हैं, उनमें जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और नवांशहर (शहीद भगत सिंह नगर) हैं। इन जिलों में पंजाब विधानसभा की 117 सीटों में से केवल 23 सीटें हैं।
सीटों का अनुमान
दोआबा क्षेत्र के सर्वे (25 जनवरी तक) के अनुसार, शिअद+बसपा को 10-11 सीटें मिल रही हैं, जबकि कांग्रेस को 08-09, आप को 01-02, भाजपा+पीएलसी को 01-02 और अन्य: 00-01।
वोटिंग प्रतिशत का अनुमान
अकाली गठबंधन 35, कांग्रेस 31, आप को 19, बीजेपी+पीएलसी को 10 और अन्य को 5 प्रतिशत वोट मिल रहे हैं। दोआबा का इलाका दलित वोटरों का गढ़ माना जाता है। सर्वे के अनुसार यहां अकाली दल को बसपा के साथ गठबंधन का फायदा होता नजर आ रहा है।
सीएम के लिए कौन पसंदीदा?
दोआबा में सीएम की लोकप्रिय पसंद चरणजीत सिंह चन्नी को 37 प्रतिशत, भगवंत मान को 25 प्रतिशत, सुखबीर बादल को 24 प्रतिशत, नवजोत सिद्धू को 9 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है।
मालवा क्षेत्र
मालवा क्षेत्र में बरनाला, बठिंडा, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर, लुधियाना, मलेरकोटला, मनसा, मोगा, मुक्तसर, पटियाला, रोपड़ और संगरूर जिले शामिल हैं। इन जिलों में पंजाब विधानसभा की 117 में से 69 सीटें हैं।
सीटों का अनुमान
सर्वे के मुताबिक अकाली-बसपा को 21-22 सीटें, कांग्रेस को 20-21, आम आदमी पार्टी को 18-21, बीजेपी गठबंधन को 04-05 और अन्य: 03 -04सीट देने का अनुमान दिया है।
वोटिंग प्रतिशत का अनुमान
इस क्षेत्र में अकाली गठबंधन को 30, कांग्रेस 29, आप 30, भाजपा गठबंधन को 6 और अन्य को 5 प्रतिशत वोट मिल रहा है।
सीएम में कौन पसंदीदा?
चरणजीत सिंह चन्नी को 32 प्रतिशत, भगवंत मान को 30 प्रतिशत, सुखबीर बादल को 25 प्रतिशत, नवजोत सिद्धू को 8 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है।
महत्वपूर्ण मुद्दे
यहां के मतदाताओं के लिए बेरोजगारी सबसे अधिक चिंता का विषय है। 117 सीटों में 58 प्रतिशत लोगों ने बेरोजगारी को सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा बताया। इसके बाद महंगाई को 54 प्रतिशत थी। लगभग 49 फीसदी पंजाब बेअदबी सबसे बड़ा मुद्दा है, जबकि 48 फीसदी ने ड्रग्स को बड़ा मुद्दा बनाया।
वीआइपी सीटें
अमृतसर ईस्ट प्रदेश की सबसे हॉट सीट बन गई है। यहां कांग्रेस से नवजोत सिंह सिद्धू और अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया के बीच रोचक मुकाबला होने जा रहा है। सर्वे के मुताबिक, चमकौर साहिब (एससी) सीट से चरणजीत सिंह चन्नी जीत रहे हैं। जबकि डेरा बाबा नानक से डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा हार रहे हैं। मोगा में कांग्रेस और शिअद के बीच कड़ा मुकाबला होगा। मनप्रीत बादल को शिअद और आप से त्रिकोणीय मुकाबले में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
आप
सर्वे के मुताबिक, भगवंत मान धूरी विधानसभा सीट पर करीबी मुकाबले से जीत हासिल करेंगे, जबकि सुनाम से अमन अरोड़ा आसानी से जीत जाएंगे। दिड़बा से नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा हार रहे हैं। आईजी (सेवानिवृत्त) कुंवर विजय प्रताप अच्छे दावेदार हो सकते हैं, लेकिन अमृतसर उत्तर में जीत हासिल करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। संगरूर सीट पर आम आदमी पार्टी की स्थिति अच्छी नहीं है।
बीजेपी + पीएलसी
आरडीआईपी सर्वेक्षण से पता चलता है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला विधानसभा क्षेत्र की सीट जीतेंगे। जबकि राणा गुरमीत सोढ़ी फिरोजपुर शहर से जीत सकते हैं। इसी तरह लहरगागा सीट से परमिंदर ढींडसा जीत सकते हैं।
शिरोमणि अकाली दल
प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल क्रमशः लंबी सीट जलालाबाद सीट जीतेंगे। जबकि बिक्रमजीत सिंह मजीठिया मजीठा से जीतेंगे और अमृतसर पूर्व में कड़ी टक्कर देंगे। इसी तरह, एनके शर्मा डेरा बस्सी निर्वाचन क्षेत्र से जीतेंगे, जबकि प्रो. चंदूमाजरा घनौर विधानसभा क्षेत्र से जीतेंगे।
कांग्रेस
कांग्रेस के नवजोत सिंह सिद्धू का सामना अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया से होने से अमृतसर पूर्व विधानसभा हॉट सीट बन गई है। सर्वे के मुताबिक, चमकौर साहिब (एससी) सीट से चरणजीत सिंह चन्नी जीत रहे हैं, जबकि डेरा बाबा नानक से डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा हार रहे हैं। मोगा में कांग्रेस और शिअद के बीच कड़ा मुकाबला होगा। मनप्रीत बादल को शिअद और आप से त्रिकोणीय मुकाबले में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
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