बहुजन समाज पार्टी ने चिल्लूपार के विधायक विनय शंकर तिवारी, उनके भाई संत कबीर नगर पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी और विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय को निष्कासित कर दिया है। बसपा के मुख्य सेक्टर प्रभारी गोरखपुर मंडल सुधीर कुमारी भारती की तरफ से जारी निष्कासन पत्र में तीनों भाइयों पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने सोमवार को गोरखपुर की चिल्लूपार सीट से पार्टी विधायक विनय शंकर तिवारी (Vinay Shankar Tiwari) और दो अन्य को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्काषित कर दिया है। पीएम मोदी के मंगलवार को गोरखपुर आने से पहले बसपा ने पंडित हरिशंकर तिवारी के विधायक पुत्र विनय शंकर तिवारी, पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी तथा भांजे पूर्व विधान परिषद अध्यक्ष गणेश शंकर पाण्डेय को पार्टी से बाहर कर दिया है।
अनुशासनहीनता का आरोप में किया पार्टी से निष्काषित
बहुजन समाज पार्टी के गोरखपुर के मुख्य सेक्टर प्रभारी सुधीर कुमार भारती ने इनके खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोप में कार्रवाई की है। बहुजन समाज पार्टी ने चिल्लूपार के विधायक विनय शंकर तिवारी, उनके भाई संत कबीर नगर पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी और विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय को निष्कासित कर दिया है। बसपा के मुख्य सेक्टर प्रभारी गोरखपुर मंडल सुधीर कुमारी भारती की तरफ से जारी निष्कासन पत्र में तीनों भाइयों पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है। सुधीर भारती ने बताया कि विगत कुछ दिनों से यह लोग पार्टी के किसी कार्यक्रम में न तो रुचि ले रहे थे न ही सम्मिलित हुए।
यह परिवार तकरीबन डेढ़ दशक से पूर्वांचल में बहुजन समाज पार्टी का झंडा थाम कर ब्राह्मण-दलित गठजोड़ को मजबूत कर रहा था। पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी के छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में मोदी-योगी की प्रचंड लहर के बावजूद गोरखपुर की चिल्लूपार सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजेश त्रिपाठी को हराकर बसपा को जीत दिलाई थी। विनय शंकर तिवारी गोरखपुर जिले के इकलौते गैर भाजपाई विधायक हैं।
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