लता मंगेशकर से इंस्पायर होकर अनुराधा पौडवाल ने अपने सुरों से एक अलग मुकाम हासिल किया। फिल्म ‘आशिकी’ के गानों ने उन्हें स्टार बना दिया। धीरे-धीरे से मेरी ज़िंदगी में आना, नज़र के सामने, और सांसों की ज़रूरत है जैसे- जैसे सॉन्ग ने उनकी आवाज को अमर कर दिया।