
Maushmi chatterjee started crying after seeing backless blouse : मौसमी चटर्जी ने हिंदी सिनेमा में अपने दो दशक के करियर पर बात करते हुए कई मुश्किल हालातों के बारे में बताया है। उन्होंने फिल्म मेकिंग के दौरान उन सीन की बात की है, जहां उन्हें लगने लगा था कि वे इसमें पूरी बिना कपड़ों की ही लगेंगी।
वेटरन एक्ट्रेस ने हाल ही में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपने काम के दौरान एक्सपीरिएंस के बारे में खुलकर बात की है। मौसमी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे वह हमेशा अपने वैल्यू के लिए खड़ी रहीं और उन्होंने कभी लिमिट्स को क्रॉस नहीं होने दिया ।
राज खोसला की 1973 की फिल्म 'कच्चे धागे' में काम करते समय, जिसमें विनोद खन्ना और कबीर बेदी भी थे, मौसमी ने अपनी पोशाक के बारे में बताया जिसने उन्हें चौंका दिया। उन्होंने कहा कि मणि जे रबाडी ने उन्हें सिर्फ़ डोरियों वाला बैकलेस ब्लाउज़ और छोटा घाघरा दिया जिसे देखकर वह रोने लगीं थीं। "उन कपड़ों को देखकर मुझे लगा जैसे मैं बे लिबास हो गई हूं। मैं रोने लगी और अपने पति को फ़ोन किया कि प्लीज मुझे कोलकाता वापस भेज दें। मैं यहां काम नहीं करना चाहती। उन्होंने मेरे सारे कपड़े छीन लिए हैं। और वह दौड़े-दौड़े आए और मुझे समझाया कि सब ठीक है और फिर मैंने फिल्म पूरी की।"