सबसे बड़ी फिल्मी फैमिली का स्टारकिड, विदेशी लड़की से की शादी, घर चलाने बेचनी पड़ी कार-गहने
शशि कपूर पृथ्वीराज कपूर के सबसे छोटे बेटे थे। उनकी मां तीसरे बच्चे को जन्म ही नहीं देना चाहती थी। उन्होंने नेचुरल अर्वाशन की बहुत कोशिश की थी। भाइयों राजकपूर, शम्मी कपूर के नक्शे कदम पर चलते हुए वे भी स्टार बने ।
Rupesh Sahu | Published : Mar 18, 2024 10:13 AM IST / Updated: Mar 18 2024, 03:54 PM IST
शशि कपूर ने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर करियर की शुरुआत की थी। आग और आवारा में उन्होंने राजकपूर के बचपन का किरदार निभाया था ।
शशि कपूर के पिता पृथ्वीराज चाहते थे कि वह अपनी मेहनत और काबिलियत से एक्टर बने, इसके बाद उन्होंने थिएटर कंपनी ज्वाइन की थी।
1956 में थिएटर करते हुए शशि कपूर की मुलाकात जेनिफर केंडल से हुई, दोनों के बीच प्यार हुआ, शादी का फैसला किया, लेकिन पृथ्वीराज कपूर बेटे के लिए विदेशी बहु के खिलाफ थे।
शशि कपूर ने पिता और फैमिली के खिलाफ जाकर साल 1958 में जेनिफर कैंडल से शादी कर ली थी।
1961 में यश चोपड़ा की फिल्म धर्मपुत्र से शशि कपूर ने लीड एक्टर के तौर पर अपनी शुरुआत की थी।
शशि कपूर ने अमिताभ बच्चन के साथ शान, नमक हलाल, सुहाग, दीवार जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया था।
शशि कपूर की प्रेम पत्र, चार दीवारी और मेहंदी लगी मेरे हाथ जैसी फ्लॉप फिल्में दी थी। इन फिल्मों ने उनके करियर को ढलान पर ला दिया था।
लगातार फ्लॉप फिल्मों के बाद शशि कपूर को काम मिलना बंद हो गया था। घर चलाने के लिए जेनिफर ने ज्वेलरी बेची, एक्टर ने अपनी लग्जरी कार भी बेच दी थी।
मुश्किल दौर में एक्ट्रेस नंदा ने शशि कपूर की मदद की थी। दोनों की मूवी जब जब फूल खिले ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी।
शशि कपूर की पत्नी जेनिफर को कैंसर हो गया था, 2 साल इलाज के बाद आखिरकार कैंडल कैंसर से जंग हार गईं । पत्नी से बेपनाह मोहब्बत करने वाले शशि कपूर बुरी तरह से टूट गए। जेनिफर के साथ 28 साल बिताने के बाद 31 साल वे पत्नी की याद के सहारे ही रहे।
शशि कपूर को उनके जीवनकाल में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
लंबी बीमारी के बाद साल 2017 में 79 साल की उम्र में शशि कपूर का निधन हो गया था।