
पॉपुलर एक्ट्रेस रानी मुखर्जी ने हाल ही में एक ऐसा खुलासा किया, जिसे सुनकर सभी हैरान रह गए। दरअसल रानी ने बताया कि जब उनकी पहली फिल्म, 'राजा की आएगी बारात' (1996) का स्क्रीन टेस्ट उनकी मां कृष्णा मुखर्जी ने देखा था, तो कैसे रिएक्ट किया था। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके पिता राम मुखर्जी भी एक्टिंग को लेकर कैसे रिएक्ट किया था।
रानी मुखर्जी ने कहा, 'मेरी मां का नजरिया कुछ ऐसा था कि तुम कोशिश करो और देखो क्या होता है, लेकिन जब मेरा पहला स्क्रीन टेस्ट हुआ, तो उन्हें मेरा परफॉर्मेंस इतना खराब लगा कि उन्होंने प्रोड्यूसर्स से साफ-साफ कह दिया कि मुझे लगता है कि मेरी बेटी को लेकर आप अपनी फिल्म बर्बाद कर देंगे। आपको नुकसान होगा। बेहतर होगा कि आप इसे साइन न करें। असल में, राजा की आएगी बारात के प्रोड्यूसर सलीम अंकल मुझे साइन करने को लेकर बहुत एक्साइटेड थे, लेकिन मेरी मां इतनी समझदार थीं कि उन्होंने समझ लिया था कि मैं उस वक्त अच्छा काम नहीं कर रही थी। इसलिए उन्होंने उन्हें मना कर दिया और कहा कि मुझे नहीं लगता कि आपको मेरी बेटी को लेना चाहिए।'
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रानी मुखर्जी ने यह भी बताया कि जब उन्होंने फिल्मों में आने की इच्छा जताई तो उनके पिता राम मुखर्जी की क्या प्रतिक्रिया थी। उन्होंने कहा, ‘पापा इसको लेकर ज्यादा एक्साइटेड नहीं थे, क्योंकि उस समय फिल्मी परिवारों की बेटियों का एक्टिंग करना बहुत आम नहीं था। तब ज्यादातर पुरुष ही इस इंडस्ट्री में काम करते थे, आज की तरह नहीं जहां लगभग हर स्टारकिड अपने पेरेंट्स के नक्शेकदम पर चलना चाहता है। उस दौर में चीजें कुछ अलग थीं। मुझे नहीं लगता कि उस समय फिल्म इंडस्ट्री को एक व्यावहारिक करियर ऑप्शन के रूप में देखा जाता था। जब मैं बड़ी हो रही थी, तब स्कूल में यह कहना कि मैं एक फिल्मी परिवार से हूं, कोई गर्व की बात नहीं मानी जाती थी।’