EXCLUSIVE: 'The Kerala Story' की एक्ट्रेस अदा शर्मा बोलीं-नहीं दिखाई केरल की खराब छवि, धर्म नहीं आतंकवाद की बात करती है यह फिल्म

फिल्म 'द केरला स्टोरी' की एक्ट्रेस अदा शर्मा ने Asianet Newsable की ऋचा बरुआ से खास बातचीत में कहा कि हमने केरल की खराब छवि नहीं दिखाई है। फिल्म चुनाव, राजनीति और धर्म के बारे में नहीं है। यह आतंकवाद और मानवता के बारे में है।

Contributor Asianet | Published : May 2, 2023 8:30 AM IST / Updated: May 09 2023, 02:21 PM IST

The Kerala Story (ऋचा बरुआ): फिल्म 'द केरला स्टोरी' को लेकर इन दिनों विवाद चल रहा है। कुछ लोग इसपर बैन लगाने की मांग कर रहे हैं। इस बीच इस फिल्म की एक्ट्रेस अदा शर्मा ने Asianet Newsable की ऋचा बरुआ से खास बातचीत की। अदा शर्मा ने कहा कि हमने फिल्म में एक बार भी केरल की खराब छवि नहीं दिखाई है।

अदा शर्मा ने कहा, "हमने एक बार भी केरल की खराब छवि नहीं दिखाई है। कहीं भी केरल के बारे में कुछ भी अपमानजनक नहीं कहा गया है। जब किसी को पैसे मिलते हैं कि वह किसी से प्यार का नाटक करे और उसे फंसाए तो यह गलत है। द केरला स्टोरी चुनाव, राजनीति और धर्म के बारे में नहीं है। यह आतंकवाद और मानवता के बारे में है।"

अदा शर्मा ने निभाई है नर्स शालिनी की भूमिका

अदा शर्मा ने उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा है कि द केरला स्टोरी प्रोपेगेंडा फिल्म है। फिल्म में अदा शर्मा ने हिंदू मलयाली नर्स शालिनी उन्नीकृष्णन की भूमिका निभाई है। वह बाद में फातिमा बा बन जाती है। वह केरल की लापता हुईं 32 हजार महिलाओं से एक बताई जाती हैं, जिन्हें आतंकवादी संगठन ISIS (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) द्वारा भर्ती किया गया।

द केरला स्टोरी में दिखाई गई है चार महिलाओं की कहानी
फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन हैं। इसमें चार महिलाओं की कहानी दिखाई गई है, जो कॉलेज से निकलती हैं और आतंकी संगठन की सदस्य बना दी जाती हैं। फिल्म के आलोचकों का आरोप है कि यह संघ परिवार के प्रचार का समर्थन करती है। संघ द्वारा दावा किया जाता है कि केरल की सैकड़ों महिलाओं को धर्म परिवर्तन कराकर मुसलमान बनाया जा रहा है और उन्हें आईएसआईएस में भर्ती किया जा रहा है।

अदा शर्मा बोलीं- किसी धर्म के खिलाफ नहीं है हमारी फिल्म
हाल ही में अदा शर्मा ने सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब दिया था। उन्होंने कहा था, "हमारी फिल्म किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है। यह आतंकी संगठन के खिलाफ है। हमारी फिल्म लड़कियों को ड्रग्स देने, ब्रेनवाश, रेप, मानव तस्करी और जबरदस्ती गर्भवती बनाने को लेकर है। महिलाएं जिन बच्चों को जन्म देती हैं उन्हें उनसे छीन लिया जाता है। बच्चों का इस्तेमाल सुसाइड बॉम्बर के रूप में किया जाता है।"

 

 

अदा शर्मा ने कहा, "जब आप इसे (फिल्म को) राजनीतिक एजेंडा और प्रोपेगेंडा कहते हैं तो आप इस मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं, इसे छोटा बनाने की कोशिश करते हैं। हमारी फिल्म जीवन और मौत के बारे में है। मुझे उम्मीद है कि हम हर धर्म, जाति और समाज की लड़कियों में जागरूकता फैला पाएंगे। फिल्म 5 मई को रिलीज होगी। जो लोग अभी भी इसे प्रोपेगेंडा कह रहे हैं फिल्म देखने के बाद उनकी सोच बदलेगी।"

ऋचा बरुआ से अदा शर्मा की बातचीत

सवाल: आप फिल्म 'द केरला स्टोरी' करने के लिए क्यों तैयार हुईं?
जवाब: मैंने अपने दिल की बात सुनकर फिल्म के लिए हां कहा। मुझे लगा कि यह फिल्म करना मेरे लिए सही है।

सवाल: फिल्म की कहानी सुनने के बाद आपकी प्रतिक्रिया क्या थी? परिवार ने क्या कहा?
जवाब: चूंकि मैं लड़की हूं, इसलिए दूसरी लड़की के दर्द को आसानी से पहचान सकती हूं। मैं अपनी मां के बेहद करीब हूं। यह एक ऐसी लड़की की कहानी है, जिसे ऐसे स्थान पर रखा गया था जहां उसकी मां नहीं थी। यहां तक कि वह फोन भी इस्तेमाल नहीं कर सकती थी। मैंने यह फिल्म की, इसके लिए मेरे परिवार को मुझपर गर्व है।

सवाल: आपने विषय के बारे में किस तरह रिसर्च किया?
जवाब: मैं कुछ पीड़ितों से मिली, बहुत कुछ पढ़ा। यह जाना कि वे ड्रग्स लेती थीं। विचलित करने वाले वीडियो देखे। इसमें दिखा कि कैसे उन्हें निर्ममता से प्रताड़ित किया गया। लड़कियों को ड्रग्स दिया गया। जबरदस्ती गर्भवती बनाया गया। इसके बाद उन्हें केरल से ऐसी जगह ले जाया गया जहां जिंदा रहने के लिए संघर्ष करना पड़ा।

सवाल: सुदीप्तो सेन के साथ काम करना कैसा रहा?
जवाब: सुदीप्तो सर बहुत दयालु हैं। उन्होंने शालिनी को लेकर मुझ पर भरोसा किया। उनकी शांत ऊर्जा के चलते मैं अपना यह परफॉर्मेंस दे पाई। लोग एक्टिंग की तारीफ कर रहे हैं, लेकिन मैं कैरेक्टर में जाने की क्रेडिट डायरेक्टर, सिनेमैटोग्राफर और हर उस व्यक्ति को देती हूं जिन्होंने खूबसूरत वातावरण तैयार किया।

सवाल: असल घटना पर काम करने का आपका यह पहला मौका था, इससे क्या अतिरिक्त दवाब पड़ा?
जवाब: मुझपर असली दिखने का दवाब था। जब आप फिल्म देखेंगे तो आप पूरी तरह से उस दुनिया में डूब जाएंगे।

सवाल: फिल्म में शालिनी उन्नीकृष्णन से फातिमा बा तक के अपने सफर के बारे में बताएं। आपने किस तरह की तैयारियां की?
जवाब: मैं मलयाली हूं। मेरी मां और नानी मलयाली हैं, लेकिन मैं मुंबई में जन्मी और पली बढ़ी। इसलिए मैं अधिकतर हिंदी, अंग्रेजी और मराठी बोलती हूं। मैं घर पर तमिल और मलयालम बोलती हूं। फिल्म शूरू होने से चार महीने पहले से मैंने सिर्फ मलयालम और हिंदी बोली। हिंदी में भी मलयालम की झलक थी। सेट पर हमारे साथ नारायणन सर भी थे। वह हमारे एक्सेंट कोच थे।

सवाल: फिल्म पर हो रहे विवाद को लेकर आपको क्या कहना है? क्या आपको भी 'द केरला स्टोरी' जैसी सेंसेटिव फिल्म करने के लिए धमकियां मिली?
जवाब: हम पॉजिटिव से अधिक निगेटिव चीजों को देखते हैं। आज सुबह मैं उठी तो देखा कि कई लोगों ने मुझे साल की बहुप्रतीक्षित फिल्मों की लिस्ट भेजी थी। 'द केरला स्टोरी' नंबर 1 थी। 2 मिनट के ट्रेलर को देख कुछ लोगों का कहना है कि ऐसी घटना नहीं हुई। मेरे माता-पिता ने मुझे सबकी राय का सम्मान करना सिखाया है। इसलिए मुझे उम्मीद है कि ये लोग समय निकालकर 2 घंटे फिल्म देखेंगे। वे देखेंगे कि हमने एक जगह भी केरल को खराब रोशनी में नहीं दिखाया है। केरल के बारे में कहीं भी कुछ भी अपमानजनक नहीं कहा गया है।

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