
पॉपुलर डायरेक्टर विक्रम भट्ट की मां वर्षा प्रवीण भट्ट का 6 सितंबर को निधन हो गया। वो 85 साल की थीं। वो लंबे समय से बीमार चल रही थीं। विक्रम के परिवार से जुड़े एक करीबी का कहना है कि वर्षा को किडनी इन्फेक्शन हुआ था, जिसके बाद उनका ऑर्गन फेलियर हो गया और फिर इस वजह से उनका निधन हो गया। वर्षा के यूं चले जाने से भट्ट परिवार शोक में डूब गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्षा का अंतिम संस्कार दोपहर 2 बजे मुंबई के वर्सोवा श्मशान घाट में किया जाएगा। वहीं फैंस विक्रम के साथ-साथ पूरे भट्ट परिवार को मजबूत घड़ी में हौसला रखने को कह रहे हैं। वर्षा भट्ट सुर्खियों से दूर रहती थीं, लेकिन वो विक्रम के परिवार के लिए पर्दे के पीछे एक मजबूत पिलर बनी रहीं। वर्षा अपने पीछे पति प्रवीण, बेटे विक्रम और पोती कृष्णा को छोड़ गई हैं। आपको बता दें वर्षा भारतीय सिनेमा के सबसे सम्मानित सिनेमेटोग्राफर प्रवीण भट्ट की पत्नी थीं। प्रवीण भट्ट, एक प्रसिद्ध कैमरामैन भी हैं, जिन्होंने 'सड़क' (1991), 'अग्निपथ' (1990), 'आशिकी' (1990), 'हम हैं राही प्यार के' (1993) और 'दिल है कि मानता नहीं' (1991) जैसी पॉपुलर फिल्मों में काम किया है।
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विक्रम भट्ट के वर्कफ्रंट की बात करें तो उन्होंने साल 1990 में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कई हिट फिल्मों को डायरेक्ट किया, जैसे 'गुलाम' (1998), 'राज' (2002), 'आवारा पागल दीवाना' (2002), 'कसूर' (2001) और हॉन्टेड सीरीज। अब विक्रम की बेटी कृष्णा भी निर्देशक के रूप में फिल्मों का हिस्सा बन गई हैं। दरअसल, जब विक्रम ने मुकेश भट्ट और महेश भट्ट के साथ फिल्मों में अपने करियर की शुरुआत की, तो कई लोगों का मानना था कि वो उनसे संबंधित हैं, लेकिन भट्ट परिवारों के बीच कोई खून का रिश्ता नहीं है।