
Vyjayanthimala Death Truth. गुजरे जमाने की दिग्गज एक्ट्रेस और भरतनाट्यम डांसर डॉ. वैजयंतीमाला की खबर मीडिया में आई तो उनके चाहने वाले परेशान हो गए। इंटरनेट पर यह खबर तेजी से वायरल हो रही थी कि दिग्गज एक्ट्रेस का 91 साल की उम्र में निधन हो गया है। अब वैजयंतीमाला के बेटे सुचिंद्र बाली ने ना केवल अपनी मां की सेहत पर अपडेट दी है, बल्कि झूठी खबर फैलाने वालों को कड़ी नसीहत दी है। सुचिंद्र की मानें तो वैजयंतीमाला ना केवल जीवित हैं, बल्कि वे एकदम ठीक भी हैं। इसके बाद मीडिया ब्रांड्स ने एक्ट्रेस के निधन की ख़बरें डिलीट कर दी हैं।
डॉ. वैजयंतीमाला बाली के बेटे सुचिंद्र बाली ने सोशल मीडिया पर अपनी मां के निधन की खबरों का खंडन किया और लिखा, "डॉ. वैजयंतीमाला बाली एकदम ठीक हैं और उन्हें लेकर आ रहीं सभी ख़बरें गलत हैं। इन्हें शेयर करने से पहले न्यूज सौर्स की जांच कर लें।"
डॉ. वैजयंतीमाला बाली को इसी साल जनवरी में चेन्नई की कला निकेतन प्रदर्शनी में भरतनाट्यम का प्रदर्शन करने देखा गया था। 91 की उम्र में भी उनके ऊर्जा से भरपूर परफॉर्मेंस ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। इवेंट के दौरान वे एकदम फिट नज़र आ रही थीं।
वैजयंतीमाला 50, 60 और 70 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस रही हैं। उन्होंने सिल्वर स्क्रीन पर 'देवदास' (1955), 'नया दौर' (1957), 'मधुमती' (1958), 'गंगा जमुना', (1961), 'संगम' (1964), 'आम्रपाली' (1966), 'ज्वेल थीफ' (1967) और 'संघर्ष'(1968) जैसी कई पॉपुलर फिल्मों में काम किया। 1970 में आई 'गंवार' उनकी आखिरी फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने फिल्मों से रिटायरमेंट ले लिया। वैजयंतीमाला को 1968 में पद्मश्री और 2024 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। तमिलनाडु की अन्नामलाई यूनिवर्सिटी से वैजयंतीमाला को 1995 में ऑनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि दी गई थी।