विनोद खन्ना ने बाद में एक बातचीत में यह माना था कि महिलाओं के मामले में वे कोई संत नहीं हैं। उन्होंने कहा था, "मैं बैचलर था और मैं जहां तक महिलाओं की बात है तो मैं को संत नहीं हूं। मुझे S*x की उतनी ही जरूरत है, जितनी किसी और कोई होती है। बिना महिलाओं के हम यहां नहीं होंगे। बिना S*x के हम यहां नहीं होंगे। तो किसी को भी महिलाओं के साथ मेरे होने पर आपत्ति क्यों होनी चाहिए।"