भाबीजी घर पर हैं फेम रोहिताश गौड़ उर्फ तिवारी जी का मुंबई में स्ट्रगल के दिनों का किस्सा। बीमारी के चलते उन्हें मुंबई छोड़कर भागना पड़ा था। जानिए पूरी कहानी...
एंटरटेनमेंट डेस्क.एक्टिंग का शौक लोगों से क्या-क्या नहीं करवाता है। मनोरंजन जगत में ऐसे कई स्टार्स हैं, जिन्हें एक्टिंग का शौक मुंबई तो ले आया, लेकिन यहां आकर उन्हें खूब पापड़ बेलने पड़े। कुछ ने संघर्ष किया, हारे नहीं और कुछ ऐसे भी रहे जो सबकुछ छोड़कर वापस घर लौट गए। आज इस पैकेज में टीवी के सबसे मशहूर सीरियल भाबीजी घर पर पर हैं (Bhabhiji Ghar Par Hain) के तिवारी जी यानी रोहताश गौड़ (Rohitash Gaud) के बारे में बताने जा रहे हैं। रोहताश को भी एक्टिंग का चस्का मुंबई लेकर आया, लेकिन संघर्ष करते-करते वे एक ऐसी बीमारी का शिकार हुए कि उन्हें मुंबई ही छोड़कर भागना पड़ा। आइए, जानते हैं रोहताश गौड़ की पूरी कहानी...
टीवी सीरियल भाबीजी घर पर हैं के तिवारी जी यानी रोहताश गौड़ पिछले कई सालों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं। इस सीरियल के जरिए उन्हें घर-घर में तिवारी जी के नाम से पहचाना जाने लगा हैं। हालांकि, तिवारी जी के संघर्ष के दिनों की बात सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। कहा जाता है कि मुंबई आकर वे इतना ज्यादा परेशान हो गए थे कि उन्होंने एक्टिंग करने का सपना तक तोड़ देना का मन बना लिया था। बता दें कि पंजाब के छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले रोहताश का बचपन से सपना था कि वे एक्टर बने। उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद एक्टिंग का सपना पूरा करने दिल्ली आकर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया। एक्टिंग का कोर्स पूरा करने के बाद वे सीधे मुंबई पहुंचे।
बड़े-बड़े अरमान लेकर रोहताश गौड़ मुंबई आए। लेकिन उन्होंने सोचा नहीं था यहां उनके साथ क्या-क्या होने वाला है। उनकी जेब में ज्यादा पैसे नहीं थे। ऐसे में उन्हें किराए का घर लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। काफी दौड़-भाग करने के बाद उन्हें एक घर किराए पर मिला। फिर एक दिन जो हुआ वो काफी चौंकाने वाला था। रोहिताश ने एक इटंरव्यू में बताया था कि एक दिन मकान मालिक ने सभी लोगों को कमरे खाली करने को कहा क्योंकि उसे अपने बेटे का बर्थडे मनाना था। बाकी किराएदारों की तरह रोहिताश भी कमरा खाली कर छत पर सोने चले गए। लेकिन छत पर वे सो नहीं पाए। हवा में उड़ते प्लेन्स और शोर-शराबे के कारण वे एक सेकंड के लिए नहीं सो पाए। सुबह उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि वे उठ तक नहीं पाए। साथ वाले उन्हें उठाकर अस्पताल लेकर गए।
इलाज के दौरान रोहिताश गौड़ को डॉक्टर ने बताया कि उन्हें स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम हो गई है। इतना ही नहीं डॉक्टर ने तो उन्हें मुंबई छोड़ने तक सलाह दी थी। अपनी सेहत को देखते हुए रोहिताश मुंबई छोड़कर भागे और दिल्ली पहुंच गए। हालांकि, यहां आकर भी उन्होंने अपने एक्टिंग के सपने को मरने नहीं दिया। रोल पाने के लिए उन्होंने खूब हाथ-पैर मारे और आखिरकार उन्हें काम मिला। 1991 में उन्हें टीवी सीरियल नीम का पेड़ में काम करने का मौका मिला। उन्होंने 2001 में आई फिल्म वीर सावरकर से डेब्यू किया। इसके बाद उन्हें फिल्मों में छोटे-छोटे रोल मिलने लगे। उन्होंने पिंजर, धूप, मुन्ना भाई एमबीबीएस, मातृभूमि, लगे रहो मुन्ना भाई, अतिथि तुम कब जाओंगे, पीके सहित कई फिल्मों में काम किया। वे आखिरी बार 2023 में आई शाहरुख खान और राजकुमार हिरानी की फिल्म डंकी में नजर आए थे।
रोहिताश गौड़ ने अपने टीवी करियर की शुरुआत 1991 में टीवी सीरियल नीम का पेड़ से की। इसके बाद वे जय हनुमान, सीआईडी, हरी मिर्ची लाल मिर्ची, चिड़िया घर, हम आपके हैं इनलॉज, लापतागंज जैसे सीरियलों में नजर आए। 2015 में वे भाबीजी घर पर हैं शो से जुड़े और अभी तक इसी सीरियल से जुड़े हैं।
ये भी पढ़ें...
33 साल पहले किसने बर्बाद की शाहरुख खान की सुहागरात? बुरी फंसी थी गौरी
संस्कारी बहू हुई मॉर्डन, देखें TV की इच्छा के 8 नए PIX, नहीं हटेगी नजर