बेहद दिलचस्प है कुलचे का इतिहास, एकमात्र खाने की ऐसी डिश जो बनी किसी राज्य का झंडा

15 अगस्त 2022 को भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi ka Amrit Mahotsav) मनाएगा। ऐसे में दिल से देसी सीरीज में आज हम आपको बताते हैं भारत के मशहूर कुलचे का इतिहास।

Asianet News Hindi | Published : Aug 7, 2022 5:20 AM IST

फूड डेस्क : भारत एक ऐसा देश है जहां पर कई विविधताएं मिलती हैं। लोगों के रहन-सहन से लेकर खानपान में भी तरह-तरह की वैरायटी होती है। जैसे- छोले कुलचे पंजाब में मशहूर है, तो दाल बाटी चूरमा राजस्थान की स्पेशलिटी है। लेकिन कुछ डिशेज का इतिहास बड़ा दिलचस्प है। ऐसे में जब 15 अगस्त पर इस साल भारत अपनी आजादी के 75 साल (India@75) पूरे कर रहा है और देश इसे अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। तो दिल से देसी सीरीज में आज हम आपको बताते हैं कुलचे का इतिहास (history of kulcha) कि छोले, पनीर और दाल मखनी के साथ खाया जाने वाला कुलचा आखिर आया कहां से...

कुलचे का इतिहास
भारत में कुलचा बनाने की शुरुआत लगभग 2500 साल पहले हुई थी। यह पर्सिया से भारत आया। दरअसल, सिंधु घाटी सभ्यता के समय एक रसोइए को 1 दिन लगा कि रोज-रोज नान बनाना काफी बोरिंग हो गया है। उसने सोचा कि नान में थोड़ा सा ट्विस्ट जाए। फिर उसने इसमें कुछ इनग्रेडिएंट्स मिलाकर इसे कुलचे का रूप दे दिया। जो वहां सभी को बहुत पसंद आया क्योंकि नान की अपेक्षा यह ज्यादा क्रंची और स्टफिंग वाला होता था।

हैदराबाद का स्टेट फ्लैग बना कुलचा 
कुलचे को लेकर एक कहानी और मशहूर है कि हैदराबाद के नवाब को कुलचा इतना पसंद आया था कि उन्होंने इसे स्टेट फ्लैग का सिंबल तक बना दिया था। इतना ही नहीं कुलचा कोर्ट ऑफ आर्म्स में भी शामिल हुआ और हैदराबाद के आधिकारिक झंडे पर भी लगाया गया। इसे रॉयल कुजीन का दर्जा दिया गया।

ऐसे बनाएं कुल्चा
कुलचे को आप कई तरह से बना सकते है। इसमें आप आलू से लेकर पनीर, मटर इत्यादि चीजों की स्टफिंग कर सकते हैं। आइए हम आपको बताते हैं आलू कुलचा बनाने की रेसिपी इसे बनाने के लिए आपको चाहिए-
आटे के लिए 
1 कप साबुत गेहूं का आटा
1 कप मैदा
छोटा चम्मच बेकिंग सोडा
1 छोटा चम्मच चीनी
1 चम्मच नमक 
आधा कटोरी दही

स्टफिंग के लिए
4-5 आलू उबले
1 छोटा चम्मच कटी हुई हरी मिर्च
½ छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
½ छोटा चम्मच अमचूर पाउडर 
½ छोटा चम्मच गरम मसाला पाउडर
2 बड़े चम्मच कटा हरा धनिया 

विधि
- सबसे पहले कुलचा बनाने के लिए आटा और मैदा को किसी बर्तन में छान लीजिए और उसमें दही, बेकिंग सोडा, बेकिंग पाउडर, नमक, चीनी, तेल डाल कर मिला दीजिए। नरम आटा गूंथने के लिए गुनगुने पानी से आटा गूंथ लें। इसे किसी साफ तौलिये से ढककर गर्म स्थान पर रख दें। 3-4 घंटे में आटा फूल जाएगा।

- आलू के स्टफिंग बनाने के लिए उबले हुए आलू को छील कर मैश कर लें। नमक, हरी मिर्च, अदरक, धनिया पाउडर, अमचूर पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला और हरा धनिया डालें। मैश किए हुए आलू में सारे मसाले अच्छी तरह मिला लीजिए. कुलचे में भरने के लिये भरावन तैयार है।

- अब आटे की 8-10 गोल लोइयां बना लें। आलू के मिश्रण से भी बराबर मात्रा में छोटे-छोटे गोले बना लें और एक-एक इसे भरकर बेलते जाए। इसके ऊपर धनिया लगाएं और तंदूर को प्री हीट करने रखे दें।

- एक ट्रे में कुलचे डालें और ओवन में रखें। कुलचे को 2 मिनिट तक बेक करें। 2 मिनिट बाद कुलचे को पलट दीजिए और दोनों सतहों को ब्राउन होने तक बेक कर लीजिए। अब ट्रे को ओवन से निकालिए और गरमा गरम कुलचे को दही, आलू मटर, अचार या छोले की रेसिपी के साथ परोसिए।

और पढ़ें: बिहार की शान है ये लौंग लता मिठाई, जानें क्या है इसकी रेसिपी

सावन सोमवार के व्रत के दौरान बनाएं ये 5 सुपर हेल्दी और टेस्टी फलहारी रेसिपी

Share this article
click me!