सिर्फ 18 घंटे में इंजीनियर्स ने बना डाली 25.54 किलोमीटर की सड़क, चार लेन के हाईवे पर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
ऑटो डेस्क। सड़क निर्माण के क्षेत्र में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। यह रिकॉर्ड इस ऑर्गनाइजेशन ने सिर्फ 18 घंटों में 25.54 किलोमीटर सिंगल लेन सड़क का निर्माण कर अपने नाम किया है। बता दें कि यह स्ट्रेच सड़क महाऱाष्ट्र के विजयपुर और शोलापुर के बीच एनएच-52 पर फोर लेन हाईवे पर बनाई गई है। यह हाईवे भी निर्माणाधीन है। इसी पर 18 घंटे में 25 किलोमीटर से ज्यादा की सिंगल स्ट्रेच सड़क बनाई गई। इतने कम समय में इतनी लंबी सड़क बना देना वाकई किसी चमत्कार से कम नहीं है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस उपलब्धि पर एनएचएआई को सोशल मीडिया पर सड़क की तस्वीर शेयर करके बधाई दी है। गडकरी ने कहा कि इस उपलब्धि को लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज करवाया जाएगा।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे इंजीनियरों, अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी कड़ी मेहनत, ईमानदारी और लगन की वजह से ही यह उपलब्धि हासिल हो सकी है। विजयपुर और सोलापुर के बीच 110 किलोमीटर लंबी 4-लेन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है, जिसे अक्टूबर 2021 तक पूरा किया जाना है।
यह हाईवे बेंगलुरु, विजयपुर, औरंगाबाद और ग्वालियर के बीच बनाए जा रहे कॉरिडोर का हिस्सा है। इससे विजयपुर और सोलापुर के बीच सफर का समय कम करने में मदद मिलेगी।
गौरतलब है कि इसके पहले दिल्ली-मुंबई 8-लेन एक्सप्रेसवे पर पटेल इन्फ्रास्ट्रक्चर ने 24 घंटे में सबसे लंबी कंक्रीट की सड़क निर्माण का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। यह एक बड़ी उपलब्धि थी। इसके बाद भारतीय इंजीनियरों और सड़क निर्माण में लगे दूसरे कर्मचारियो की काफी तारीफ हुई थी।
इस उपलब्धि को भी इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। बता दें कि एनएचएआई देश में कई हाईवे प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। देशभर के कई बड़े शहरों के बीच सीधा संपर्क बढ़ाने और सफर का समय कम करने के लिए हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है।
केंद्र सरकार की एक बड़ी परियोजना भारत माला के तहत कई ग्रीनफील्ड और इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इस कॉरिडोर के निर्माण से देश में परिवहन का समय और खर्च बचेगा।
दिल्ली से मुंबई के बीच बनाए जा रहे एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां 120 किलोमीटर की रफ्तार से चल सकेंगी। इससे यात्रा का समय कम हो जाएगा। 1,275 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को भारत माला प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत देशभर में 28 हजार किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण किया जा रहा है।