अशोक के पास एके-47 रायफल था, जिसके बारे में दो तरह की बातें होती हैं। पहली यह कि सूरजभान से खुद को बीस साबित करने के लिए उसने पंजाब में सक्रिय खालिस्तान आतंकियों से हाथ मिला लिया था जिन्होंने उसे एके-47 राइफल की सप्लाई की थी, जबकि दूसरी यह कि उसके संपर्क सेना में शामिल कुछ युवाओं से थे, जिसकी वजह से आतंकियों के पास से जब्त एके-47 राइफल चोरी से उसके पास आ गए थे।