करीब एक साल पहले एक इंटरव्यू में निशांत ने कहा था कि वह कभी भी पिता की तरह राजनीति में नहीं आएंगे, बल्कि आजीवन अपना जीवन अध्यात्म की ओर ही समर्पित करेंगे। क्योंकि, ना तो राजनीति में किसी प्रकार की रुचि है ना ही समझ है। इस वजह से वह इस क्षेत्र में नहीं आना चाहते हैं।
(फाइल फोटो)