प्रचार छोड़ ट्रैक्‍टर चलाने लगे तेज प्रताप,देखते ही देखते जोत दी 5 कट्टा जमीन,फिर मचान पर बैठकर सुनी समस्याएं

Published : Oct 19, 2020, 01:37 PM ISTUpdated : Oct 19, 2020, 01:43 PM IST

पटना (Bihar) । बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar assembly elections) में नेता जनता को लुभाने की हर कोशिशें कर रहे हैं। ऐसा करने वालों में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) भी शामिल हैं, जो हसनपुर (Hasanpur) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जहां एक दिन पहले चुनाव प्रचार छोड़कर ट्रैक्टर से खेत जोतते दिखाई दिए। बताया जा रहा है कि उन्होंने 5 कट्टा जमीन की जोताई किया था। इसके बाद मचान पर बैठकर किसानों की समस्याएं सुनी। जिनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं।

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प्रचार छोड़ ट्रैक्‍टर चलाने लगे तेज प्रताप,देखते ही देखते जोत दी 5 कट्टा जमीन,फिर मचान पर बैठकर सुनी समस्याएं

3 नवंबर को दूसरे चरण में हसनपुर विधानसभा सीट पर वोटिंग होनी है। यहां से तेज प्रताप यादव आरजेडी के प्रत्याशी हैं, जो अपने विधानसभा क्षेत्र में खूब सक्रिय हैं। 

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चुनाव प्रचार के लिए तेज प्रताप यादव बड़गांव पंचायत में गए थे। इस दौरान एक खेत में ट्रैक्टर चला रहे चालक पर उनकी नजर पड़ी। इसके बाद वे खेत में पहुंच गए और ट्रैक्टर मांग कर चलाने लगे। 

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लोग बताते हैं कि तेज प्रताप यादव ने देखते-देखते उन्‍होंने करीब पांच कठ्ठा खेत की जुताई कर दी। हालांकि इस दौरान ट्रैक्टर की स्पीड काफी तेज थी। वहीं, ट्रैक्टर से उतर कर पास के एक मचान पर बैठ गए थे।
 

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तेज प्रताप ने खुद को किसान बताते हुए कहा कि वे किसानों की समस्याओं को समझते हैं। क्षेत्र के खेतों में जलजमाव की समस्या है। यहां उनकी प्राथमिकता नहर योजना को जमीन पर उतारने की होगी। 

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बता दें कि इसके पहले भी तेज प्रताप यादव की कई अनोखी तस्वीरे भी सामने आ चुकी हैं। वे भूख लगती है तो सत्‍तु खा लेते हैं। उन्‍होंने चुनावी जनसंपर्क के दौरान हसनपुर विधानसभा क्षेत्र के अहिलवार पंचायत में सत्‍तु खाते तस्‍वीर ट्वीट करते हुए ठेठ अंदाज में लिखा है कि पटना हो या हसनपुर, वे सत्‍तु तो खाते ही रहते हैं।

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आज ट्रैक्टर चलाते देखे जाने वाले तेज प्रताप की पहले भी कई तरह की तस्वीरें वायरल हो चुकी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविदास जयंती के अवसर पर तेज प्रताप ने मसौढ़ी के बरनी गांव में श्रद्धांजलि दी थी। साथ ही इस दौरान बांसुरी भी बजाई थी। भूख लगी तो एक गरीब महिला से मांग कर खिचड़ी भी खाई थी।
 

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