पिता की तरह चंद्रिका 1985 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक बने। 1990 में वे लालू प्रसाद की पार्टी में शामिल हो गए। 2005 और 2010 के चुनाव में चंद्रिका को जदयू के छोटेलाल राय ने हरा दिया, लेकिन 2015 में चंद्रिका फिर से जीत गए। वे इस बार भी इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।