अब बात करें दागी प्रत्याशियों की तो 15 साल में 126 प्रतिशत इनकी संख्या बढ़ गई है। आंकड़ों के मुताबिक साल 2005 में आपराधिक मामले के प्रत्याशियों की संख्या 533 थी, जबकि साल 2010 इनकी संख्या 1048 हो गई। फिर पिछले चुनाव में घटकर 1016 हो गई थी। लेकिन, इस बार ये संख्या बढ़कर 1201 हो गई है।
(दूसरे चरण के मतदान के दौरान की फोटो)