तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र की सरकार ने अन्नदाताओं को अपने फंड दाता की कठपुतली बना दी है। यह बिल किसान विरोधी है। इससे किसान लाचार, हताश, निराश और टूट चुका है। यह सरकार तो कहती थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना करेंगे। इससे किसानों का आय बढ़ना तो दूर वे और गरीब हो जाएंगे। डबल इंजन की इस सरकार ने कोई ऐसा सेक्टर नहीं छोड़ा है जिसका निजीकरण न किया हो। एक कृषि क्षेत्र बचा था उसका भी निजीकरण कर दिया गया।