जब बिहार में जातीय संघर्ष चरम पर था और जातीय सेनाओं का बोलबाला था उस दौर में आनंद मोहन और उनकी पत्नी का जादू चरम पर था। आनंद मोहन राजपूत हैं और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह (Chandrashekhar Singh) समेत देश के तमाम बड़े राजपूत नेताओं के साथ उनके निजी रिश्ते थे। उनकी पत्नी का नाम लवली आनंद (Lovely Anand) था। 1995 के बिहार विधानसभा चुनाव में राज्य ने पहली बार लवली का जादू देखा था।