पटना (Bihar) । बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय (DGP Gupteshwar Pandey) की स्वैच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) को बिहार सरकार (Bihar Government) ने मंजूरी दे दी है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव ( Bihar Assembly Elections) में बक्सर (Buxar) या भोजपुर (Bhojpur से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का उम्मीदवार बनाया जा सकता है। बता दें कि वे जिस गांव थे वहां के बच्चों को पढ़ने के लिए नदी नाला पार कर दूर के गांव जाना होता था। दूसरे गांव की स्कूल में भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव था कोई बेंच, डेस्क, कुर्सी नहीं थी। गुरु जी की बैठने के लिए चारपाई और छात्रों के लिए बोरा या जूट की टाट थी। पढ़ाई का मध्यम ठेठ भोजपुरी था। एक इंटरब्यू में गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा था कि मेरा कभी आईपीएस बनने का सपना नहीं था, क्योंकि दस साल की उम्र में उन्हें एक घटना से पुलिस वालों से नफरत हो गई थी।