गोपालगंज/पटना। 15 साल पहले बिहार में लालू यादव और राबड़ी देवी के बाद लालू के साले साधु यादव की जबरदस्त धाक थी। धाक भी ऐसी-वैसी नहीं। सीएम के बाद बिहार में सत्ता का सबसे ताकतवर चेहरा साधु यादव थे। बहन-जीजा की वजह से साधु विधानपरिषद और विधानसभा पहुंचे। लालू के गृह जिले गोपालगंज से लोकसभा भी पहुंचे। दबंग छवि की वजह से उनकी गिनती बाहुबलियों में होने लगी थी। लेकिन किन्हीं वजहों से लालू परिवार के साथ मतभेद के बाद साधु यादव की राजनीतिक जमीन खत्म हो गई और वो तब से एक चुनावी जीत का इंतजार कर रहे हैं।