पटना (Bihar) । बिहार में बाहुबलियों का हमेशा बोलबाला रहा, क्योंकि ये किसी न किसी बड़े नेता के मददगार हुआ करते थे। वे उनके लिए बूथ कैप्चरिंग तक करवा देते थे। बदले में नेता भी उनकी हर बातें मान लेते थे। कहा तो यहां तक जाते हैं कि बिहार की राजनीति में नेता और अपराधी एक सिक्के के दो पहलू हुआ करते थे। हालांकि अब यहां कानून का राज चलता था। लेकिन, एक समय ऐसा भी था जब सरकार चाहे किसी की हो। लेकिन, राज बाहुबलियों का चलता था। वे खुद कानून बनाते। उनके खौफ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वे पुलिस, डीएम और मंत्री तक की जान लेने से नहीं डरते थे, जिससे बिहार की जनता उस वक्त दिन में भी डरती थी। आज ऐसे ही आठ बाहुबलियों के बारे में आज हम आपको बता रहे हैं।