मुजफ्फरपुर (Bihar) । छोटी सी किसानी से भी खुशहाली आ सकती है, इसका सबसे बड़ा प्रमाण बिहार की किसान चाची राजकुमारी देवी हैं, जो नारी शक्ति की भी एक मिसाल है। हालांकि इसके पीछे उनका त्याग है। पूसा कृषि विश्वविद्यालय से खाद्य प्रसंस्करण की तरकीब सीखने के बाद अचार और मुरब्बे के काम को आगे बढ़ाया। महज डेढ़ सौ रुपये से शुरू किया उनका काम आज कारोबार बन गया है, जिससे कई महिलाएं और युवतियां जुड़ी हुई हैं। प्रोडक्ट विदेशों तक जाते हैं। जिनकी तारीफ पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर अभिताभ बच्चन तक करते हैं। उन्हें कृषि के क्षेत्र में राष्ट्रपति से पद्मश्री का पुरस्कार भी मिल चुका है।
(बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावी हलचल के बीच हम अपने पाठकों को 'बिहार के लाल' सीरीज में कई हस्तियों से रूबरू करा रहे हैं। इस सीरीज में राजनीति से अलग उन हस्तियों के संघर्ष और उपलब्धि के बारे में बताया जा रहा है जिन्होंने न सिर्फ बिहार बल्कि देश दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। आज की हस्ती बिहार की किसान चाची राजकुमारी देवी हैं।)