एक यूट्यूब इंटरव्यू में पप्पू यादव ने कहा- शरद यादव के चुनाव में समाज के दो वर्गों के बीच बड़ा संघर्ष हो गया था। आनंद मोहन के समर्थकों ने तब कई कार्यालय जला दिए थे। जातियों में वर्ग संघर्ष हो गया। और लोगों ने उसमें आनंद मोहन के सामने मेरा नाम आगे कर दिया। जबकि मैं कहीं था ही नहीं। इसी तरह मधेपुरा के एक गांव में दलितों पर गोली चलाई गई। जब हम वहां पहुंचे, हम पर करीब 10 हजार राउंड गोली चली। 8 घंटे तक हम पर गोली चलती रही।