दरभंगा (बिहार). देश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर डराने लगा है, जहां लोग ना चाहकर भी अपनों से दूर होते जा रहे हैं। वायरस के खतरे से वह अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं। वहीं इसी बीच बिहार के दरभंगा से महामारी के खौफ में एक ऐसी हृदयविदारक घटना देखने को मिली है, जहां एक बेटा इंसानियत तो दूर पुत्र धर्म ही भूल गया। जब उसके बुजुर्ग पिता की संक्रमित होने के बाद अस्पताल में मौत हो गई, तो उसने शव लेने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं प्रशासन को लिखित देते हुए शव लेने और अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। जब बात में जिला के अधिकारियों ने उससे संपर्क किया तो बेटे ने अपना मोबाइल नंबर ही बंद कर लिया। लेकिन मानवता अभी मरी नहीं थी....