दरअसल, तेज प्रताप ने अपने पिता की रिहाई को लेकर जो खत लिखा है, वह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। क्योंकि उन्होंने इसमें बेसिक गलती जो कर दी है। जहां तेज प्रताप ने 'आदरणीय श्री लालू प्रसाद जी की जगह पर 'आपरणीय श्री लालु प्रसाद जी' लिख दिया है। आप देख सकते हैं किस तरह से उन्होंने सिर्फ एक वाक्य में इतनी गलतियां कर दी हैं। वहीं दूसरी लाइन में उन्होंने मसीहा को 'मसिहा', 'मूल्य' को 'मुल्य', 'गरीबों' को 'गरीवों' और 'वंचित' को 'बंचित' लिखा दिया है।