बिहार में कोरोना से कोचिंग बंद तो छात्रों ने मचाया उत्पात, सरकारी दफ्तर में तोड़पोड़ के बाद लगाई आग

Published : Apr 05, 2021, 03:23 PM ISTUpdated : Apr 05, 2021, 03:50 PM IST

सासाराम (बिहार). कोरोना के कहर चलते राज्य सरकारों के आदेश पर स्थानीय प्रशासन ने कई जगहो पर स्कूल-कॉलेज और कोचिंग सेंटर बंद करा दिए गए हैं। लेकिन बिहार के सासाराम जिले में सरकार के इस कदम से स्टूडेंज नाराज हो गए और उन्होंने शहर में जमकर उत्पात मचाया। कई सराकारी दफ्तरों में घुस कर आगजनी करते हुए तोड़पोड़ की। जिसमें कई पुलिसवाले भी घायल हो गए।

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बिहार में कोरोना से कोचिंग बंद तो छात्रों ने मचाया उत्पात, सरकारी दफ्तर में तोड़पोड़ के बाद लगाई आग

दरअसल, सासाराम जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की वजह से कोचिंग बंद करा दिए हैं। बस इसी बात से छात्रों और संचालकों ने प्रशासन की टीम पर हमला बोल दिया। वह देखते देखते  बड़ी संख्या में  उत्पात मचाते हुए छात्र DM ऑफिस में घुस गए। जहां उन्होंने  हंगामा किया और तोड़फोड़ के साथ डीएम ऑफिस का शेड आग के हवाले कर दिया। आलम यह हो गया कि भारी मात्रा में पुलिस को बुलाना पड़ा। जवाबी कार्रवाई में पुलिस को आंसू गैस छोड़नी पड़ी। इस हंगामे के दौरान थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह सहित 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
 

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पुलसि ने इस पूरे मामले में अभी तक  9 छात्रों को गिरफ्तार किया है। वहीं बाकि से एसपी ने अपील करते हुए कहा कि आप हंगामे में अपना भविष्य बर्बाद ना करें। अपने-अपने घर लौट जाएं, नहीं तो हमको आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी होगी। इस तरह का उपद्रव ना करे, कोई भी सरकारी इमारत और पुलिस वालों को नुकसान नहीं पहुंचाएं।
 

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बताया जाता है कि उपद्रव के दौरान छात्रों ने अपने चेहरे पर नकाब लगा लिया था, जिससे उनकी पहचान नहीं हो सके। वह कई टोलियों में आए और अलग-अलग सरकारी दफ्तर के साथ कॉलोनी में हंगामा मचाने लगे। छात्रों की संख्या को देख पुलिस के भी होश उड़ गए। वह उग्र प्रदर्शन करते हुए प्रशासन की गाड़ियों को भी निशाना बनाने लगे। छात्रों को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। कड़ी मशक्कत के बाद  पुलिस ने स्थिति को काबू में कर लिया।

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छात्र देखते देखते जगह-जगह आगजनी करते रहे। लोगों ने यह उत्पात देख अपने घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर ली। 20 मिनट के अंदर शहर के पोस्ट ऑफिस चौराहा और गौरक्षणी बाजार की दुकानें भी बंद हो गईं। छात्रों ने कहा कि सरकार सिर्फ कोचिंग और स्कूल-कॉलेज ही क्यों बंद कराती है। इससे हमारी पढ़ाई बाधित होती है। सरकार को कोई दूसरा विकल्प चुनना चाहिए। 

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