इस मामले में मेडिकल कॉलेज के प्रभारी अधीक्षक डॉ. गौरव कुमार का कहना है कि वेंटिलेटर को अगर बिजली आपूर्ति नहीं थी, फिर भी वेंटिलेटर में लगी बैटरी के बूते चलना चाहिए था। पहली नजर में बिजली आपूर्ति करने वाली आउटसोर्सिंग एजेंसी, गार्ड, आईसीयू में तैनात नर्स व डॉक्टर की लापरवाही लग रही है। इस मामले की जांच कराई जाएगी।दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।