मूर्ति दान देने की लगी है होड़, करना पड़ता है 21 साल का इंतजार
इस मंदिर के प्रति भक्तों में इतनी श्रद्धा और विश्वास है कि यहां मूर्ति दान की होड़ लगी रहती है। अगर कोई मूर्ति दान की इच्छा रखता है तो उसे 21 साल तक प्रतीक्षा करनी होगी। बूढ़ी काली मंदिर में हर वर्ष कार्तिक महीने की अमावस्या को भव्य रूप में निशि पूजा होती है, जिसमें सुदूर क्षेत्रों से आए बड़ी संख्या में भक्त इस निशि पूजा में शामिल होते हैं। किशनगंज के प्रसिद्ध बूढ़ी काली मंदिर पर लोगों की अटूट आस्था है। लोगों की मनोकामना यहां पूरी होती है। बेरोजगारों को नौकरी मिलती है। जब लोगों की मन्नत पूरी होती है, तो लोग प्रतिमा चढ़ाते हैं।