Published : Dec 27, 2020, 04:47 PM ISTUpdated : Dec 27, 2020, 04:51 PM IST
पटना ( Bihar ) । जेडीयू की दो दिवसीय हुई मीटिंग के आखिरी दिन आज बड़ा फैसला लिया गया है। आरसीपी सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। बता दें कि आरसीपी सिंह यूपी कैडर के आईएएस अफसर थे। उनकी गिनती नीतीश कुमार के सबसे खास नेताओं में होती है। इतना ही नहीं सीएम और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने ही अपने सहयोगी और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसपर आज सर्वसम्मति से तमाम सदस्यों ने समर्थन दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुतााबिक आरसीपी सिंह साल 1996 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव के रूप में तैनात थे। इससी समय उनकी नीतीश कुमार दोस्ती हो गई थी, क्योंकि दोनों ही बिहार के नालंदा से हैं और एक ही जाति आते हैं।
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नीतीश कुमार जब केंद्र मंत्री बने तो आरसीपी सिंह को अपने साथ ले आए। इसके बाद रेलमंत्री बने तो उन्हें विशेष सचिव बनाया। साल 2005 में नीतीश कुमार बिहार के सीएम बने तो आरसीपी सिंह को साथ लेकर बिहार भी आए और प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी दी गई।
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साल 2010 में आरसीपी सिंह ने वीआरएस लिया, फिर जेडीयू ने उन्हें राज्यसभा के नामित किया। 2016 में पार्टी ने उन्हें फिर से राज्यसभा भेजा। बताते हैं कि नीतीश कुमार 2022 तक राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रह सकते थे।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दो दिवसीय हुई इस मीटिंग के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि एक व्यक्ति का मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष रहना सही बात नहीं है।
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मैं बिहार का सीएम तो हूं ही और जो भी अध्यक्ष होगा साथ में रहेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि मैं तो मुख्यमंत्री भी नहीं बनना चाहता था। लेकिन, लोगों ने कहा तो मैंने यह पदभार संभाल लिया।