ग्रामीणों ने बताया कि अमित पिछले दो साल से पनसलवा गांव स्थित अपने ननिहाल में रहने लगा था। इस बीच उसने मृतका के खेत में लगी धान की फसल को भी बदले की भावना से जलाकर राख कर दिया था, जिसका फैसला बाद में पंचायत स्तर पर हुआ था। इसके बाद वह गांव में कम रहने लगा और कभी-कभी ही आता था।