Published : Aug 11, 2020, 10:34 AM ISTUpdated : Aug 14, 2020, 09:17 AM IST
पटना (Bihar) । एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले की जांच अब सीबीआइ के हाथों में है। सीबीआइ की टीम गठित हो चुकी है। इसमें दो सीनियर महिला आईपीएस भी शामिल हैं, जो बिहार की निवासी हैं। इनमें एक आईपीएस अधिकारी नूपुर प्रसाद बिहार के गया जिले के टिकारी के सलेमपुर गांव की रहने वाली हैं, जबकि दूसरी मुजफ्फरपुर की गगनदीप सिंह ‘गंभीर’ है। बता दें कि इनके गांव वालों ने यह खबर सुनकर काफी खुश हैं। वे कहते हैं कि यह हमारे लिए गौरव की बात है, क्योंकि दोनों बेटियों ने पहले भी कई अनसुलझे मामलों का सच सामने ला चुकी हैं। आज हम आपको बिहार के इन दो आईपीएस बेटियों के बारे में बता रहे हैं।
देश के तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारियों में शुमार गगनदीप सिंह गंभीर का जन्म मुजफ्फरपुर में हुआ। पिता योगेंद्र सिंह गंभीर कहते हैं कि बेटी की पढ़ाई-लिखाई शहर के एक स्कूल से हुई। गगनदीप शुरू से ही मेधावी और मेहनती विद्यार्थी थी। मैट्रिक के बाद वह पंजाब चली गई। गगनदीप ने पूरी उच्च शिक्षा पंजाब विश्वविद्यालय से पूरी की। वह पंजाब विवि की टॉपर भी रही थी।
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गगनदीप सिंह ‘गंभीर’ वर्ष 2004 के गुजरात कैडर की आईपीएस गगनदीप हैं। इसके पहले भी कई गंभीर मामलों की जांच कर चुकी हैं। गगनदीप फिलहाल सीबीआई में डीआईजी के पद पर तैनात हैं।
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गगनदीप सिंह गंभीर गुजरात कैडर की गगनदीप राजकोट सहित कई जिलों में एसएसपी रह चुकी हैं। पिछले डेढ़ साल से सीबीआई में तैनात हैं। कई बड़े और चर्चित घोटाले सहित हाई प्रोफाइल मामलों की जांच गगनदीप कर चुकी हैं।
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गगनदीप सिंह गंभीर ने अवैध खनन मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कथित भूमिका की जांच को भी सुपरवाइज किया था। इसके बाद इन्हें श्रीजन घोटाले और पत्रकार उपेंद्र राय के खिलाफ केस करने वाली यूनिट में शिफ्ट कर दिया गया था।
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ज्वाइंट डायरेक्टर साईं मनोहर की अगुवाई वाली स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम में गगनदीप के पास DIG का अतिरिक्त प्रभार भी था। वही टीम, जो विजय माल्या और अगस्ता वेस्टलैंड जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच कर रही थी और इसे पहले राकेश अस्थाना हेड कर रहे थे। कोयला घोटाल से भी जुड़े कुछ मामलों की जांच गगनदीप ने की है।
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पिता योगेंद्र सिंह गंभीर सहित कई लोगों ने कहा कि बिहार के बेटे की हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने का जिम्मा बिहार और मुजफ्फरपुर की गगनदीप को मिला है। यह गर्व की बात है।
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आइपीएस अधिकारी नूपुर प्रसाद बिहार के गया जिले के टिकारी के सलेमपुर गांव की रहने वाली हैं। नूपुर इंदुभूषण प्रसाद की इकलौती पुत्री हैं। पिता सेना में ऑडिटर पद पर थे। नूपुर की शिक्षा-दीक्षा पिता के साथ रहने के कारण बाहर हुई है।
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आइपीएस अधिकारी नूपुर प्रसाद 2007 बैच की AGMUT कैडर की IPS अधिकारी हैं। नूपुर की नियुक्ति CBI में 2019 में हुई थी। दिल्ली के शहादरा की DSP रह चुकी हैं। CBI में बतौर SP कार्यरत हैं। सुशांत केस में CBI की तरफ से गठित SIT टीम में इन्हें भी जिम्मा मिला है।
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आइपीएस अधिकारी नूपुर प्रसाद के पिता इंदुभूषण प्रसाद दिल्ली में रहते हैं और पैतृक आवास सलेमपुर में नूपुर के चाचा नंदू प्रसाद सिन्हा पूरे परिवार के साथ रहते हैं।
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चाचा नंदू प्रसाद सिन्हा ने कहा कि भतीजी को इतनी बड़ी जिम्मेवारी मिलना गौरव की बात है। मुझे बहुत खुशी है। उन्होंने बताया कि छोटे भाई इंदुभूषण ने सुशांत केस के जांच की जिम्मेवारी नूपुर को मिलने की बात बताई थी।
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चाचा नंदू प्रसाद ने कहा कि हम लोगों को उम्मीद है कि अपने कौशल व बुद्धिमता से बिहार के लाल अभिनेता सुशांत की मौत की गुत्थी वह सुलझा लेगी और उनके स्वजनों को न्याय दिलाएंगी।
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बताते चलें कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने का शव 14 जून को मुंबई स्थित उनके फ्लैट में पंखे से लटकता हुआ मिला था। मामले को लेकर सुशांत के पिता ने पटना के राजीव नगर थाने में 25 जुलाई को महिला मित्र रिया चक्रवर्ती व उनके स्वजनों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था। पटना में एफआइआर के बाद जब बिहार पुलिस मुंबई गई तो उन्हें महाराष्ट्र पुलिस की ओर से सहयोग नहीं मिला। बाद में सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच बिहार सरकार की सिफारिश पर सीबीआइ को सौंप दी गई।
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