Published : Mar 12, 2021, 06:45 PM ISTUpdated : Mar 12, 2021, 06:54 PM IST
मुजफ्फरपुर (Bihar) । परिवार नियोजन ऑपरेशन के बाद भी महिला के गर्भवती होने का मामला सामने आया है। वहीं, पीड़िता महिला ने उपभोक्ता फोरम में वाद दाखिल किया है, जो स्वीकार कर लिया गया है। इस मामले की सुनवाई 16 मार्च को होनी है। बता दें कि महिला 5वीं बार मां बनने जा रही है, जिसके लिए वो तैयार नहीं है। ऐसे में उसने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव पर केस दर्ज कराया है। साथ ही 11 लाख के हर्जाने की मांग किया है।
मोतीपुर के महना गांव की निवासी फूलकुमारी के पहले से चार बच्चे हैं और वह पांचवां बच्चा नहीं चाहती थी। इसके लिए 27 जुलाई 2019 को परिवार नियोजन का ऑपरेशन मोतीपुर पीएचसी में करवाया था। लेकिन, डेढ़ साल बाद अब उसे पता चला कि वह फिर से गर्भवती है।
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फूलकुमारी इस पांचवें बच्चे के भरण पोषण के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है। वह बताती है कि जब वह मोतीपुर पीएचसी में जाकर जानकारी दी तो उसका अल्ट्रा साउंड करवाया गया।
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रिपोर्ट में उसे गर्भवती करार दिया गया है, जिसके बाद से फूलकुमारी तनाव है। इसी वजह से उसनें पांचवें बच्चे लालन पालन और बेहतर भविष्य के लिए 11 लाख रुपये का हर्जाना मांग किया है।
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फूलकुमारी के अधिवक्ता डॉ. एसके झा बताते हैं कि इसके लिए स्वास्थ्य महकमे के सर्वोच्च पदाधिकारी भी जिम्मेदार हैं। वे फुलकुमारी के न्याय की लड़ाई हर स्तर पर लड़ेंगे।
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दायर वाद में प्रधान सचिव के अलावा स्वास्थ्य सचिव परिवार नियोजन के उपनिदेशक और मोतीपुर पीएचसी के प्रभारी डॉक्टर को भी पक्षकार बनाया गया है।