मुंबई. गीता दत्त (Geeta dutt) सिनेमा जगत की पहली ऐसी गायिका थी जिनकी आवाज में शोखी, चुलबुलापन , दर्द, मोहकपन, खुशी सबकुछ सिमटा हुआ था। उन्होंने शमशाद बेगम जैसे दिग्गज गायकों को अपनी आवाज से पीछे छोड़ दिया था। उन्होंने इंसानी जज्बात के हर पहलू को अपनी सुर से सजाया। लेकिन हजारों-लाखों कद्रदानों को अपनी शोख गायिकी से गुदगुदाने वाली गीता दत्त की जिंदगी खुद दर्द का साज बनकर रह गई थी। पहले प्यार और फिर तन्हाई महान गायिका की जिंदगी का सच बन गया था। गीता रॉय का सफर गीता दत्त तक कैसे पहुंची और कैसे प्यार के बाद अकेलेपन ने उन्हें घेर लिए आइए बताते हैं।