Published : Sep 14, 2022, 10:48 PM ISTUpdated : Sep 14, 2022, 11:08 PM IST
एंटरटेनमेंट डेस्क, Producer of Brahmastra Karan Johar is the real Baazigar : करन जौहर ने कभी खबरों से बाहर नहीं होते हैं। ब्रम्हास्त्र मूवी की कामयाबी के बाद इसे प्रोड्यूस करने वाले करन जौहर सुर्खियां बटोर रहे हैं। करन जौहर का विवादों से भी नाता रहा है। उनका टीवी शो कॉफी विथ करन तो हमेशा से अपने कंटेंट की वजह विवाद में रह चुका है। करन इसे विवादित बनाने की कोशिश भी करते हैं। वे कोई ना कोई ऐसा सवाल पूछ लेते हैं जिसका जवाब स्टार्स को मुश्किल में डाल देता है। बायकॉट के बावजूद ब्रम्हास्त्र की सफलता ने उन्हें बड़ा बाज़ीगर साबित कर दिया है।
खबर में देखिए करन जौहर ने कैसे अपने पिता यश जौहर के नाम और काम को आगे बढ़ाया । उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में हर मुकाम को हासिल किया है। ब्रम्हास्त्र की बंपर सक्सेस ने उन्हें एक बार फिर साबित किया है। उनकी पिछली सफलताओं पर एक निगाह डालना इस समय जरुरी हो जाता है।
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करन जौहर पर नेपोटिज़्म को बढा़वा देने के आरोप लगते आए हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत ये करन पर ये आरोप लगे की वे नए और टेलेटिंड लोगों को पनपने नहीं देते है, हालांकि धर्मा प्रोडक्शन ने सैकड़ों लोगों को कामयाबी के मुकाम पर पहुंचाया है।
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करन जौहर ने ग्रीनलॉन्स हाई स्कूल में पढ़ाई की और एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की। उन्होंने फ्रेंच में मास्टर डिग्री हासिल की है।
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धर्मा प्रोडक्शन स्थापित करने वाले यश जौहर के बेटे करन जौहर भी प्रोफेशनल भारतीय सिनेमा से प्रभावित थे, उन्होंने राज कपूर, यश चोपड़ा और सूरज आर बड़जात्या को अपनी इंस्प्रेशन बताया है।
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करन जौहर ने एक एक्टर के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री की थी। दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995) में राज (शाहरुख खान) के करीबी दोस्त की भूमिका निभाई थी।
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करन जौहर ने डीडीएलजे फिल्म में सपोर्टिंग डायरेक्टर भी थे और उन्होंने इस फिल्म की पटकथा लिखने में निर्देशक आदित्य चोपड़ा की मदद की थी। इसके अलावा, शाहरुख खान के आउटफिट का सिलेक्शन भी उन्हीं का था।
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इसके बाद करन ने शाहरुख खान की अन्य फिल्मों जैसे दिल तो पागल है (1997), डुप्लिकेट (1998), मोहब्बतें (2000), मैं हूं ना और वीर-ज़ारा (2004) और ओम शांति ओम (2007) के लिए भी ये काम करना जारी रखा। ।
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करन जौहर ने 1998 में कुछ कुछ होता है के साथ अपने निर्देशन की शुरुआत की। फिल्म ने 1998 में आठ फिल्मफेयर पुरस्कार जीते, जिसमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और प्रमुख और सहायक दोनों भूमिकाओं के लिए सभी चार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार शामिल थे।
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जौहर का दूसरा निर्देशन प्रयास 2001 में रिलीज़ हुई पारिवारिक ड्रामा, कभी ख़ुशी कभी गम थी। यह भी सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी, इसने पांच फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते।
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जौहर कॉफ़ी विद करन नाम के एक टेलीविज़न चैट शो के होस्ट करते हैं, जिसमें वह बॉलीवुड और भारत की ग्लैमर दुनिया की प्रसिद्ध हस्तियों को आमंत्रित किया जाता हैं। शो का पहला सीज़न 2004 में शुरू हुआ था।