एसिड अटैक के बाद अब रंगोली ने खोला बहन कंगना का बड़ा राज, बताया शॉकिंग किस्सा
मुंबई। कंगना रनोट की बहन रंगोली चंदेल ने बीते दिनों अपने ऊपर हुए एसिड अटैक की दर्दभरी कहानी शेयर की। रंगोली ने बताया कि कैसे एक प्रपोजल ठुकराने की वजह से उनपर करीब 1 लीटर तेजाब फेंका गया था। इस कहानी को शेयर करने के बाद अब रंगोली ने अपनी छोटी बहन कंगना को लेकर भी एक बड़ा खुलासा किया है। रंगोली ने ट्वीट कर बताया कि कंगना बचपन में अंगूठा चूसा करती थीं। इतना ही नहीं, रंगोली ने ट्वीट के साथ एक फोटो भी शेयर की है, जिसमें कंगना बबलू चाचू की शादी में अंगूठा चूसती नजर आ रही हैं।
Asianet News Hindi | Published : Oct 3, 2019 6:11 PM / Updated: Oct 03 2019, 06:12 PM IST
रंगोली ने ट्वीट करते हुए लिखा- 'ट्विटर पर सीरियस बातें तो बहुत हो गईं। अब आपको कंगना के बारे में एक छोटा सा सीक्रेट बताऊंगी। कंगना जब छोटी थी तो उसे अपना अंगूठा चूसने की आदत पड़ गई थी। धीरे-धीरे वह बड़ी होती गई लेकिन उसने यह आदत नहीं छोड़ी। जब पापा को लगा कि कंगना के बाएं हाथ का अंगूठा कुछ अजीब हो रहा है, तो वो उसे डॉक्टर के पास ले गए थे।
रंगोली ने आगे लिखा- ''कंगना की इस आदत पर डॉक्टर ने टेप लगाया। इतना ही नहीं, अंगूठे पर मिर्ची और नीम भी लगाई लेकिन कुछ भी काम नहीं कर रहा था। इसके बाद पापा ने घरवालों से कह दिया कि जो भी कंगना को अंगूठा चूसते देखे, उसे एक तमाचा मारते हुए मुंह से अंगूठा बाहर निकाल दे। ऐसे में कंगना छुपकर अंगूठा चूसने की जगह ढूंढती लेकिन बच्चों का गैंग उसे खोज लेता था।''
रंगोली ने अपने अगले ट्वीट में बताया- ''एक रोज कंगना रोते हुए पापा के पास गई और उनसे कहा कि वो लोग मुझे अब भी मार रहे हैं, जबकि मैं अब अंगूठा नहीं, बल्कि अंगुलियां चूस रही हूं। इस पर पापा जोर से हंस पड़े और फौरन कहा कि आज से ये नियम तोड़ दो।''
रंगोली ने आगे बताया- ''कंगना कभी किसी के साथ खेलती नहीं दिखी। यहां तक कि हमने कभी उसके खेलने की आवाज भी नहीं सुनी। हमारे आंगन में नींबू का एक पेड़ था, जिसकी छांव में वो अक्सर अंगुलियां चूसते और सोते हुए मिलती थी। जब वो 13 साल की हुई, तो एक दिन हमने गौर किया कि कंगना अब अंगूठा नहीं चूसती। उसने ये आदत कब और कैसे छोड़ी, कोई नहीं जानता।''
बता दें कि इससे पहले रंगोली ने 13 साल पहले अपने साथ हुए एसिड अटैक की दर्दभरी कहानी शेयर की थी। रंगोली ने बताया था कि एक प्रपोजल ठुकराने की वजह से उन पर 1 लीटर तेजाब फेंका गया था, जिससे उनका बायां कान और चेहरा बुरी तरह झुलस गए थे।