जैक मा ही नहीं, चीन से रातों-रात गायब हो चुके हैं कई बिजनेसमैन, अलीबाबा को हुआ 20 लाख Cr. का नुकसान
बिजनेस डेस्क। चीन के सबसे अमीर शख्स और अलीबाबा (Alibaba) के फाउंडर जैक मा (Jack Ma) के बारे में बताया जा रहा है कि वे लापता हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैक मा को पिछले 2 महीने से नहीं देखा गया है। बता दें कि जैक मा ने चीन की सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की थी, जिसके बाद अलीबाबा के एफलिएटेड एंट ग्रुप (Ant Group) की तरफ से लाया जाने वाला सबसे बड़ा आईपीओ (IPO) स्थगित करना पड़ा था। चीन के रेग्युलेटर्स ने अलीबाबा और संबंधित कंपनी पर कमान कसी थी। बता दें कि जैक मा के खुद के बनाए गए टीवी शो 'अफ्रीका के बिजनेस हीरो' में भी उनकी जगह किसी दूसरे को भेज दिया गया है। हालांकि, अलीबाबा के एक स्पोक्सपर्सन ने कहा है कि शेड्यूल में रद्दोबदल किए जाने से ऐसा हुआ है। बहरहाल जैक मा का पिछले 2 महीने से सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखाई पड़ना कई तरह के सवाल खड़े करता है। जानकारी के मुताबिक, हाल ही में चीन की सरकार ने टेक्नोलॉजी कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। चीन के मार्केट रेग्युलेटर्स ने अलीबाबा (Alibaba) और एंट ग्रुप (Ant Group) की जांच शुरू कर दी है। इससे इन्हें नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
Asianet News Hindi | Published : Jan 4, 2021 10:22 AM IST / Updated: Jan 04 2021, 04:13 PM IST
रिपोर्ट के मुताबिक, जैक मा के गायब हो जाने से ऐसा लग रहा है कि वे मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। चीन में एकाधिकारवादी नीतियां अपनाने के आरोप को लेकर अलीबाबा और दूसरी कंपनियों पर भी कार्रवाई चल रही है।
बताया जाता है कि चीन में अमीर लोगों और उद्योगपतियों के गायब होने की ये बातें नई नहीं हैं। पहले भी ऐसा होता रहा है। फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2016 से 2017 के बीच चीन से कई अरबपति गायब हो गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2016 से 2017 के बीच में गायब हुए अमीर उद्योगपति दोबारा वापस नहीं आए। यह बताया गया कि इन अरबपति उद्योगपतियों के गायब होने के पीछे इनकी पत्नियों, प्रेमिकाओं और व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वियों का हाथ था। वहीं, गायब हुए कुछ अमीर जब वापस आए तो उन्होंने कहा कि वे सरकारी अधिकारियों की मदद कर रहे थे।
बता दें कि नवंबर 2020 में जैक मा ने चीन के रेग्युलेटर्स और सरकारी बैंकों की आलोचना की थी। इसके बाद चीन के अधिकारियों ने उनकी कंपनी एंट ग्रुप के आइपीओ को स्थगित कर दिया था।
पिछले हफ्ते चीन की सरकारी एजेंसियों ने कहा था कि वे जैक मा की कंपनी एंट ग्रुप के खिलाफ एंटी ट्रस्ट जांच शुरू करने जा रहे हैं। यह जांच एंटी मोनोपोली प्रैक्टिसेस (Anti-Monopoly Practices) कानूनों के तहत हो रही है।
जैक मा की कंपनियों अलीबाबा और एंट ग्रुप के खिलाफ एंटीट्रस्ट स्क्रूटिनी शुरू होने के बाद अलीबाबा के स्टॉक्स में 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। बता दें कि चीनी रेग्युलेटर्स की जांच और कार्रवाई की वजह से अक्टूबर से लेकर अब तक जैक मा की कंपनी को 270 बिलियन डॉलर (करीब 20 लाख करोड़ रुपए) का नुकसान हो चुका है।
चीन के सेंट्रल बैंक ने जैक मा के एंट ग्रुप को अपने कारोबार में सुधार करने का आदेश जारी किया है। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (People's Bank of China) ने एंट ग्रुप के एग्जीक्यूटिव्स को समन भी जारी किया है। जैक मा की गैरमौजूदगी को चीन की सरकार की इन कार्रवाइयों से भी जोड़ कर देखा जा रहा है।