चीनी सरकार ने टेक कंपनियों पर कसा शिकंजा, Alibaba पर कार्रवाई के बाद 2 दिन में कंपनियों के डूबे 15 लाख करोड़
बिजनेस डेस्क। चीन की सरकार (Government of China) अब टेक्नोलॉजी कंपनियों पर शिकंजा कसने लगी है। दरअसल, चीन की बड़ी टेक कंपनियां एकाधिकारवादी रवैया अपनाती जा रही हैं। इसके खिलाफ चीन की रेग्युलेटरी अथॉरिटीज ने इन पर कार्रवाई शुरू की है। फिलहाल, जैक मा (Jack Ma) की कंपनी अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) और एंट ग्रुप (Ant Group) की जांच चल रही है। यह जांच एंटी मोनोपोली प्रैक्टिसेस (Anti-Monopoly Practices) कानूनों के तहत हो रही है। इससे चीन की दूसरी ई-कॉमर्स कंपनियां भी सतर्क हो गई हैं। चीन के मार्केट रेग्युलेटर्स ने अलीबाबा और दूसरी कंपनियों के खिलाफ एंटीट्रस्ट स्क्रूटिनी (Antitrust Scrutiny) शुरू करने की घोषणा की है। फिलहाल, इस कार्रवाई से सिर्फ 2 दिन में ही चीन की टेक कंपनियों को करीब 15 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
(फाइल फोटो)
एंटीट्रस्ट स्क्रूटिनी (Antitrust Scrutiny) शुरू होने और इसके तहत कार्रवाई होने की आशंका के चलते अलीबाबा के साथ उसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी टेनसेंट होल्डिंग्स (Tencent Holdings Ltd), फूड डिलिवरी कंपनी Meituan और JD.com Inc के स्टॉक्स की जमकर बिकवाली देखने को मिली। सोमवार को अलीबाबा के स्टॉक्स में 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। बता दें कि अक्टूबर से लेकर अब तक चीनी रेग्युलेटर्स के शिकंजे की वजह से कंपनी को 270 बिलियन डॉलर (करीब 20 लाख करोड़ रुपए) का नुकसान हो चुका है। (फाइल फोटो)
चीन की सरकार के इस कदम से Tencent और Meituan कंपनियों के शेयर में सोमवार को 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, JD.com के शेयर 2 फीसदी टूटे हैं। इससे इन चारों टेक कंपनियों को पिछले दो दिनों में 200 बिलियन डॉलर (करीब 15 लाख करोड़ रुपए) का नुकसान हुआ है। (फाइल फोटो)
चीन की सरकार ने इंटरनेट और टेक्नोलॉजी सेक्टर में एंटी मोनोपोली प्रैक्टिसेस (Anti-Monopoly Practices) को लेकर जांच तेज कर दी है। रविवार को चीन के सेंट्रल बैंक ने एंट ग्रुप ( Ant Group) को अपने कारोबार में सुधार करने का आदेश जारी किया है। रेग्युलेटर्स रविवार को बयान में कहा कि चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (People's Bank of China) ने एंट ग्रुप के एग्जीक्यूटिव्स को समन जारी किया है और उन्हें जरूरी आदेश दिए गए हैं। (फाइल फोटो)
चीन के रेग्युलेटर्स ने एंट ग्रुप (Ant Group) को पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर फिर से खुद को इस्टैब्लिश करने का आदेश जारी किया है। बता दें कि एंट ग्रुप (Ant Group) की शुरुआत अलीबाबा के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Taobao के लिए पेमेंट सर्विसेस के तौर पर हुई थी। आज यह ग्रुप इन्श्योरेंस और इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में भी आगे बढ़ गया है। (फाइल फोटो)
चीन के रेग्युलेटर्स ने बयान जारी करके कहा है कि एंट ग्रुप (Ant Group) में गवर्नेंस मैकेनिज्म की कमी है और ग्रुप ने रेग्युलेशन्स का उल्लंघन किया है। रेग्युलेटर्स का कहना है कि कंपनी ने मार्केट में अपनी पोजिशन का इस्तेमाल अपने प्रतिद्वंद्वियों को बाहर करने में किया है। इससे उपभोक्ताओं के अधिकारों और हितों का हनन हुआ है। (फाइल फोटो)
चीन की सरकार अलीबाबा ( Alibaba) और (WeChat) के बढ़ते दबदबे को लेकर चिंतित नजर आ रही है। चीन की सरकार अब टेक कंपनियों के साथ ही प्राइवेट सेक्टर की उन कंपनियों को भी नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है, जो ऑनलाइन बैंकिंग के क्षेत्र में अपना विस्तार कर रही हैं। कहा जा रहा है कि ऐसा कस्टमर्स के वित्तीय जोखिमों को कम करने के लिए किया जा रहा है। (फाइल फोटो)