बाद में उन्होंने यमन के पोर्ट एडेन में क्लर्क की नौकरी भी की। यहीं धीरूभाई ने ट्रेडिंग, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, थोक कारोबार, मार्केटिंग, सेल्स और डिस्ट्रीब्यूशन की बारीकियों के साथ अलग-अलग देशों के लोगों से करेंसी ट्रेडिंग सीखी। 1954 में उनका कोकिला बेन से विवाह हुआ।