भारत के इन मंदिरों में है अरबों की संपत्ति, सरकार को देते हैं दान
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सबरीमाला पर अपने फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका पर फैसला सुनाया। कोर्ट ने इस मामले को 7 जजों की बड़ी बेंच को भेज दिया है। इस वजह से मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल मामला महिलाओं को पूजा स्थल में प्रवेश पर रोक के खिलाफ है, जिस पर विवाद खड़ा हो गया था। बता दें कि सबरीमाला मंदिर देश में सबसे ज्यादा आमदनी वाले मंदिरों में शामिल है। आईए आपको बताएं देश के उन मंदिरों के बारे में जिनकी सालाना आमदनी है अरबों रुपए...
Asianet News Hindi | Published : Nov 14, 2019 11:06 AM IST / Updated: Nov 15 2019, 02:41 PM IST
सबरीमाला मंदिर - सबरीमाला मंदिर 800 साल पुराना मंदिर है, जिसमें हर साल करीब 5 करोड़ श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। यह मंदिर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 175 किमी की दूरी पर है। इस मंदिर को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तीर्थ माना जाता है। इस मंदिर में भगवान अयप्पा का निवास करते हैं। चढ़ावे के रूप में हर साल करीब 15 किलो सोना और 105 करोड़ रुपए चढ़ाया जाता है। यह मंदिर कुल 18 पहाड़ों से घिरा है।
श्री वैष्णो देवी मंदिर - माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा को देश के सबसे पवित्र और कठिन तीर्थ यात्राओं में से एक माना जाता है। जम्मू के कटरा से करीब 14 किमी दूर स्थित है। तिरुपति मंदिर के बाद यहा आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सबसे ज्यादा माना जाता है। मंदिर को हर साल करीब 500 करोड़ रुपए चढ़ावा आता है।
सिद्धिविनायक मंदिर - मुंबई के प्रभादेवी में स्थित श्री सिद्धिविनायक मंदिर देश में सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है। इस मंदिर में का निर्माण सन 1801 में विट्ठु और देउबाई पाटिल ने किया था। यहां 15 हजार से 2 लाख रुपए रोजाना चढ़ावा आता है। सालान करीब 125 करोड़ रुपए चढ़ावा आता है। इस मंदिर में फिल्मी जगत का आना आम बात है। दुनियाभर के लोग इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं, जिसमें एपल के सीईओ टीम कुक भी शामिल हैं।
तिरुपति बालाजी मंदिर - तिरुमला की पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर के समर्पित है। इस मंदिर को 10वीं शताब्दी में बनाया गया था। सरकारी आंकड़ों की माने तो हर रोज 30 हजार से ज्यादा लोग 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर दान करते हैं। मंदिर के पास पिछले साल के मुताबिक करीब 900 करोड़ रुपए और 52 टन सोने के आभूषण है।
पद्मनाभ स्वामी मंदिर - केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित पद्मनाभ स्वामी मंदिर, भगवान मंदिर विष्णु को समर्पित है, जो पूरी दुनिया में मशहूर है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 6वीं शताब्दी में त्रावणकोर के राजाओं ने बनवाया था। ये दुनिया का सबसे कीमती हिन्दू मंदिर माना जाता है। माना जाता है इस मंदिर में दो लाख करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति है। हालाकि सालाना मिलने वाले राशि की जानकारी किसी को नही है।
शिरडी साईं बाबा - यह मंदिर महाराष्ट्र के नासिक में स्थित है। एक रिपोर्ट के मुताबिक बैंक अकाउंट में मंदिर के नाम 1800 करोड़ रुपए जमा है। इसके अलावा वर्तमान में मंदिर के पास 380 किलो सोना और 4428 किलो चांदी है। इनके उपासक दुनियाभर में हैं। इस मंदिर के पास डॉलर और पॉउंड में भी पैसे हैं।
सोमनाथ मंदिर - इस मंदिर को कई बार लुटा गया फिर भी मंदिर की महत्ता और राशि में कमी नहीं आई। हालांकि मंदिर के संपत्ति पर कोई खुलासा नही किया गया है। मंदिर के पास 1700 एकड़ की जमीन है।
स्वर्ण मंदिर - यह मंदिर भारत के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। इसको श्री हरमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है। सिख धर्म का यह मंदिर सन 1830 में बनाया गया था। इस मंदिर का निर्माण महाराजा रणजीत सिंह ने कराई थी।
श्री जगन्नाथपुरी मंदिर - यह मंदिर उड़ीसा के पुरी में स्थित है। इस मंदिर को भगवान जगन्नाथ के नाम समर्पित किया गया है। भगवान जगन्नाथ के नाम कुल 30,000 हजार एकड़ जमीन है। भगवान जगन्नाथ को “सुनै बैशा” अनुष्ठान में 208 किलो सोने के आभूषण चढ़ाया जाता है।
मीनाक्षी मंदिर - यह मीनाक्षी अम्मा मंदिर तमिलनाडु के मदुरै शहर में स्थित है। मंदिर का मुख्य गर्भगृह 3500 वर्षों से भी अधिक पुराना माना जाता है। मीनाक्षी मंदिर का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था। मंदिर में 8 खंभों पर लक्ष्मीजी की मूर्तियां बनी हुई हैं। इस मंदिर में रोजाना 20,000 लोग दर्शन करने आते हैं। सालाना 60 करोड़ रुपए कैश, सोना और हीरा चढ़ाया जाता है।