Post Office की स्कीम में 10 साल में पैसा हो जाएगा दोगुना, मिलती है सरकारी गारंटी
बिजनेस डेस्क। पोस्ट ऑफिस (Post Office) की कई बचत योजनाएं (Saving Schemes) ऐसी हैं, जिनमें अच्छा-खासा रिटर्न मिलता है। पोस्ट ऑफिस की कुछ स्कीम्स ऐसी हैं, जिनमें नियमित अंतराल पर पैसे जमा किए जा सकते हैं, वहीं इसकी कुछ ऐसी स्कीम है, जिसमें एकमुश्त राशि जमा करनी पड़ती है। ऐसी योजना को वन टाइम इन्वेस्टमेंट स्कीम (One Time Investment Scheme) कहा जाता है। इसमें एक निश्चित अवधि में जमा राशि पर बेहतर रिटर्न मिलता है। पोस्ट ऑफिस की जमा योजनाओं के साथ सबसे अच्छी बात यह है कि यहां किया गया निवेश पूरी तरह सुरक्षित होता है। पोस्ट ऑफिस की स्कीम में लगाया गया पैसा कभी डूब नहीं सकता, क्योंकि इस पर सरकार की सॉवरेन गारंटी (Sovereign Guarantee) मिलती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी योजना के बारे में, जिसमें निवेश करने पर आपका पैसा सिर्फ 10 साल में ही डबल हो जाएगा। जानें इस स्कीम के बारे में विस्तार से।
(फाइल फोटो)
पोस्ट ऑफिस की इस बचत स्कीम का नाम किसान विकास पत्र (KVP) है। यह वम टाइम इन्वेस्टमेंट स्कीम है। इसमें एक तय अवधि में जमा पैसा दोगुना हो जाता है। किसान विकास पत्र को देश के किसी भी पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है। (फाइल फोटो)
किसान विकास पत्र (KVP) पर मौजूदा ब्याज दर 6.9 फीसदी सालाना है। इस स्कीम में कम्पाउंड ब्याज मिलता है। इसका मतलब है कि ब्याज की राशि मूल जमा धन में जुड़ती जाती है और उस पर फिर ब्याज मिलता है। इससे इसमें ज्यादा रिटर्न हासिल होता है। (फाइल फोटो)
किसान विकास पत्र (KVP) को न्यूनतम 1000 रुपए में लिया जा सकता है। इसमें मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट की कोई लिमिट नहीं है। किसान विकास पत्र को सिंगल या जॉइंट तौर पर भी खरीदा जा सकता है। 10 साल से ज्यादा उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर भी किसान विकास पत्र लिया जा सकता है। (फाइल फोटो)
किसान विकास पत्र (KVP) पर नॉमिनेशन की सुविधा भी उपलब्ध है। इस सर्टिफिकेट को एक व्यक्ति के नाम से दूसरे व्यक्ति के नाम पर और एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है। जारी होने के ढाई साल के बाद किसान विकास पत्र को भुनाया भी जा सकता है। (फाइल फोटो)
किसान विकास पत्र में अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है, लेकिन 50 हजार रुपए से ज्यादा के निवेश पैन कार्ड (PAN Card) की जरूरत पड़ेगी। वहीं, अगर कोई इसमें 10 लाख रुपए या इससे ज्यादा का निवेश करना चाहता है, तो उसे इनकम प्रूफ जमा करना होगा। इनकम प्रूफ के तौर पर इनकम टैक्स रिटर्न, सैलरी स्लिप और बैंक स्टेटमेंट दिया जा सकता है। (फाइल फोटो)
किसान विकास पत्र (KVP) की मेच्योरिटी पीरियड 124 महीने यानी 10 साल 4 महीने है। इस अवधि में जमा की गई रकम दोगुनी हो जाती है। इतने कम समय में किसी और योजना में जमा की गई राशि दोगुनी नहीं होती। सबसे खास बात है कि एक बार किसान विकास पत्र खरीद लेने पर इसे देश के किसी भी पोस्ट ऑफिस में भुनाया जा सकता है। (फाइल फोटो)
किसान विकास पत्र (KVP) में सर्टिफिकेट के रूप में निवेश होता है। इसमें 1 हजार रुपए, 5 हजार रुपए, 10 हजार रुपए और 50 हजार रुपए तक के सर्टिफिकेट मिलते हैं। इन्हें निवेशक अपनी सुविधा और बजट के मुताबिक खरीद सकते हैं। (फाइल फोटो)