Gold में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट से मिल सकता है शानदार मुनाफा, कोरोना संकट के दौर में बढ़ेगी कीमत
बिजनेस डेस्क। गोल्ड में निवेश करना पहले से ही काफी सुरक्षित समझा जाता रहा है। सोना खरीदना सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। देश में सोना खरीदने की परंपरा लंबे समय से चलती आ रही है। फिलहाल, कोरोना संकट के समय में पूरी दुनिया में गोल्ड में निवेश बढ़ा है। सोने की कीमतों में भी लगातार बढ़ोत्तरी होती जा रही है। अगर कभी इसकी कीमत गिरती है, तो कुछ समय के बाद फिर इसके भाव ऊंचे हो जाते हैं। ऐसे में, जो लोग शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं, वे भी सेंसेक्स का आंकड़ा एक खास लेवल पर पहुंच जाने के बाद यह सोचने लगते हैं कि इसमें निवेश करना अच्छा होगा या नहीं। लेकिन गोल्ड को लेकर ऐसी कोई बात नहीं है। इसमें कभी भी निवेश किया जा सकता है। (फाइल फोटो)
Asianet News Hindi | Published : Jan 25, 2021 1:24 PM IST / Updated: Jan 25 2021, 06:56 PM IST
बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि सोने में लंबे समय के लिए निवेश किया जा सकता है। कीमतों में उतार-चढ़ाव का इसमें किए गए निवेश पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है। अगर सोने की कीमत घटती भी है, तो कुछ समय के बाद बढ़ जाती है। सबसे खास बात यह है कि इसमें निवेश कितने समय के लिए किया जाता है। (फाइल फोटो)
मंदी के समय में सोने में निवेश बेहतर साबित होता है। यह ऐसा दौर होता है, जब आर्थिक विकास की दर के साथ ब्याज की दर भी कम होती है। ऐसे समय में गोल्ड में निवेश करने से आगे चल कर ज्यादा फायदा हासिल किया जा सकता है। (फाइल फोटो)
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) के आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि डिफ्लेमेशन के दौर में गोल्ड में निवेश से ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकता है। उनका कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से दुनिया के कई देशों की अर्थवयवस्था संकटग्रस्त हो गई है, लेकिन इस दौर में गोल्ड में निवेश बढ़ा है। (फाइल फोटो)
देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) इस समय फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर अधिकतम 5.4 फीसदी सालाना ब्याज दे रहा है। इस हिसाब से देखा जाए तो गोल्ड में निवेश करने पर कहीं ज्यादा रिटर्न मिलेगा, क्योंकि इसकी कीमत लगातार बढ़ती गई है। अर्थव्यवस्था में मंदी का अंदाज इससे मिल सकता है कि 2020-21 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 23.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, दूसरी तिमाही में यह 7.5 फीसदी पर आ गई। (फाइल फोटो)
एक साल पहले जनवरी 2020 में सेंसेक्स 41,428 के आसपास था, लेकिन अब यह 50 हजार के पार जा चुका है। वहीं, जनवरी में गोल्ड की कीमत 40 हजार 300 रुपए प्रति 10 ग्राम थी, जो इस साल बढ़ कर 49 से लेकर 50 हजार प्रति 10 ग्राम पर चल रही है। इसकी कीमत में बढ़ोत्तरी ही हुई, गिरावट ज्यादा नहीं आई। (फाइल फोटो)
पिछले 5 वर्षों में गोल्ड ने करीब 95 फीसदी रिटर्न दिया है। इतना ज्यादा रिटर्न और किसी भी निवेश में नहीं मिल सकता है। जनवरी, 2016 में सोने का दाम 25 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम था। देश में सोने का दाम साल 1965 की तुलना में 746 गुना ज्यादा है। 1965 में सोने की कीमत 63.25 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। (फाइल फोटो)
इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स का मानना है कि गोल्ड में सीमित निवेश करना ज्यादा फायदेमंद होता है। भविष्य की सुरक्षा के लिहाज से गोल्ड में निवेश जरूर करना चाहिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, निवेश के कुल पोर्टफोलियो का 5 से लेकर 10 फीसदी गोल्ड में निवेश करना चाहिए। किसी भी संकट के दौर में गोल्ड में किया गया निवेश काफी काम आता है। (फाइल फोटो)