आनंद महिन्द्रा के बारे में ये बातें नहीं जानते होंगे, फोटोग्राफर होने के साथ की है फिल्ममेकिंग की भी पढ़ाई
बिजनेस डेस्क। देश के बड़े उद्योगपतियों में से एक आनंद महिन्द्रा (Anand Mahindra) कई वजहों से अक्सर चर्चा में रहते हैं। आनंद महिन्द्रा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। आनंद महिन्द्रा महिन्द्रा ग्रुप (Mahindra Group) के चेयरमैन हैं। सबसे बड़ी बात है कि आनंद महिन्द्रा काफी पढ़े-लिखे इंसान हैं और उनकी रुचियों का दायरा काफी बड़ा है। उनके नेतृत्व में महिन्द्रा ग्रुप काफी आगे बढ़ा है। आज यह ग्रुप अपने मोटर व्हीकल्स के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। लेकिन आनंद महिन्द्रा के बारे में कई खास बातें ऐसी हैं, जो लोग नहीं जानते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं आनंद महिन्द्रा की लाइफ से जुड़ी कुछ ऐसी बातें, जो शायद अब तक आप नहीं जानते होंगे।
Asianet News Hindi | Published : Dec 26, 2020 8:31 AM IST / Updated: Dec 26 2020, 02:06 PM IST
आनंद महिन्द्रा फोर्ब्स (Forbes) की लिस्ट में साल 2015 में भारत के सबसे धनी लोगों में 99वें नंबर पर थे। फोर्ब्स मैगजीन की लिस्ट हर साल पब्लिश होती है, जिसमें दुनिया के सबसे धनी लोगों की रैंकिंग की जाती है।
आनंद महिन्द्रा ने फिल्ममेकिंग और आर्किटेक्चर की पढ़ाई की है। उन्होंने इन विषयों में ऑनर्स के साथ ग्रैजुएशन किया है। उनकी शिक्षा हार्वर्ड कॉलेज और कैम्ब्रिज से हुई है। आनंद महिन्द्रा ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, बोस्टन से 1981 में एमबीए की भी डिग्री ली है।
आनंद महिन्द्रा अपने परिवार में तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके दादा के. सी. महिन्द्रा और जे. सी. महिन्द्रा ने गुलाम मुहम्मद के साथ मिल कर 1945 में स्टील का व्यापार शुरू किया था। आनंद महिन्द्र फैमिली बिजनेस से 1981 में फाइनेंस डायरेक्टर के एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट के तौर पर जुड़े। यह कंपनी स्टील का उत्पादन करती थी।
आनंद महिन्द्रा तमिल भाषा अच्छी तरह लिख और पढ़ सकते हैं। इसकी वजह यह है कि उनकी शुरुआती शिक्षा तमिलनाडु के ऊटी स्थित लॉरेंस स्कूल में हुई।
आनंद महिन्द्रा को 2014 में फॉर्च्यून मैगजीन (Fortune Magazine) ने दुनिया के 50 टॉप बिजनेस लीर्डस की लिस्ट में शामिल किया था। इसके अलावा, साल 2011 में इन्हें एशिया के सबसे पुावरफुल 25 बिजनेसपर्सन की लिस्ट में शामिल किया गया था।
आनंद महिन्द्रा को फोटोग्राफी का बहुत शौक है। इसके अलावा फिल्मों में भी उनकी गहरी रुचि है। वे ब्ल्यूज (Blues) म्यूजिक सुनना काफी पसंद करते हैं। आनंद महिन्द्रा ने साल 2011 में मुंबई में 'द महिन्द्रा ब्ल्यूज फेस्टिवल' (The Mahindra Blues Festival) की शुरुआत की। यह आयोजन हर साल होता है। यह फेस्टिवल मुंबई में दो दिनों तक चलता है, जिसमें दुनिया के बेहतरीन ब्ल्यू म्यूजिशियन्स पार्टिसिपेट करते हैं।
आनंद महिन्द्रा ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) के प्रेसिडेंट हैं। इस ऑ्रर्गनाइजेशन के जरिए उन्होंने कम पॉल्यूशन वाले, सुरक्षित और ज्यादा अच्छे वाहनों के निर्माण के लिए काफी काम किया है।
आनंद महिन्द्रा एक ऐसे बिजनेसमैन हैं, जो सोशल मीडिया पर अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। उनके ट्विटर हैंडल पर लाखों की संख्या में फॉलोअर्स हैं। साल 2013 में आनंद महिन्द्रा को 'टॉप 30 सीईओ ऑन सोशल मीडिया' की लिस्ट में शामिल किया गया था।
आनंद महिन्द्रा समाज सेवा के क्षेत्र में काफी काम करते हैं। उन्होंने 'नन्ही कली' प्रोग्राम शुरू किया है। इसके तहत आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग की बच्चियों को मुफ्त में शिक्षा दी जाती है। देश भर में ऐसे 70 हजार 'नन्ही कली' प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिनमें लाखों की संख्या में गरीब परिवारों की बच्चियों को शिक्षा दी जा रही है। आनंद महिन्द्रा ने यह प्रोजेक्ट 1996 में शुरू किया था। इसके अलावा, आनंद महिन्द्रा लोगों को साफ और सुरक्षित पानी मुहैया कराने के प्रोजेक्ट से भी जुड़े हुए हैं।
आनंद महिन्द्रा समाज सेवा के क्षेत्र में काफी काम करते हैं। उन्होंने 'नन्ही कली' प्रोग्राम शुरू किया है। इसके तहत आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग की बच्चियों को मुफ्त में शिक्षा दी जाती है। देश भर में ऐसे 70 हजार 'नन्ही कली' प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिनमें लाखों की संख्या में गरीब परिवारों की बच्चियों को शिक्षा दी जा रही है। आनंद महिन्द्रा ने यह प्रोजेक्ट 1996 में शुरू किया था। इसके अलावा, आनंद महिन्द्रा लोगों को साफ और सुरक्षित पानी मुहैया कराने के प्रोजेक्ट से भी जुड़े हुए हैं।
आनंद महिन्द्रा ने हार्वर्ड ह्यूमनिटीज सेंटर (Harward Humanities Center) को 10 मिलियन डॉलर का डोनेशन दिया है। किसी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन को इतनी बड़ी रकम दान करने वाले वे पहले भारतीय बिजनेमैन हैं। अब इसे महिन्द्रा ह्यूमनिटीज सेंटर (Mahindra Humanities Center) का नाम दे दिया गया है। आनंद महिन्द्रा हार्वर्ड बिजनेस स्कूल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Harward Business School of India) के को-फाउंडर भी हैं।