अब टैक्स चोरी होगी मुश्किल, इनकम टैक्स रिटर्न वेरिफिकेशन और इनक्वॉयरी नोटिस को नजरअंदाज करना पड़ेगा महंगा
बिजनेस डेस्क। अब इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) उन लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की योजना बना रहा है, जो इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) के वेरिफिकेशन और इनक्वायरी नोटिस को नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे लोगों पर इनकम टैक्स विभाग की खास नजर है, जो कोई न कोई तरीका अपना कर टैक्स चोरी करते हैं और विभाग के नोटिस, ईमेल और एसएमएस को नजरअंदाज कर देते हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बड़ी संख्या में ऐसे लोगों की पहचान की है, जिन्होंने टैक्स रिटर्न के वेरिफिकेशन से संबंधित नोटिस को नजरअंदाज किया है। ऐसे लोगों पर एक्शन लेने के लिए विभाग ने खास योजना बनाई है। जानें इसके बारे में।
(फाइल फोटो)
Asianet News Hindi | Published : Dec 26, 2020 4:46 AM IST / Updated: Dec 26 2020, 10:21 AM IST
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सूत्रों के मुताबिक, अब विभाग ने फेसलेस असेसमेंट स्कीम (Faceless Assesment Scheme) शुरू की है। इसके लागू हो जाने के बाद टैक्स चोरी कर पाना मुश्किल हो जाएगा। विभाग के सूत्रों का कहना है कि इस स्कीम के शुरू हो जाने से लोग अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजरों से बच नहीं सकेंगे। (फाइल फोटो)
फेसलेस असेसमेंट स्कीम (Faceless Assesment Scheme) लागू होने के पहले लोग अक्सर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नोटिस का जवाब नहीं देकर बच जाते थे। अब इस स्कीम के तहत इनकम टैक्स विभाग इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) के साथ इनकम टैक्स जमा करने वाले के वित्तीय लेन-देन का भी मिलान करता है। इस मिलान के दौरान जिन मामलों में कोई बड़ा फर्क पाया जाता है, उन्हें स्क्रूटूनी के लिए अलग से निकाल लिया जाता है। (फाइल फोटो)
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अब टैक्स से जुड़े मामले की स्क्रूटनी के लिए डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल कर रहा है। इससे टैक्स चोरी करने वालों के लिए बच पाना संभव नहीं हो सकेगा। विभाग के सूत्रों के मुताबिक, पहले की तुलना में बेहतर फॉर्म 26S और प्री-फिल्ड आईटीआर के साथ फेसलेस असेसमेंट स्कीम (Faceless Assesment Scheme) को इतना मजबूत बना दिया गया है कि यह पता लगा पाना मुश्किल नहीं होगा कि कौन ईमानदारी के साथ टैक्स चुका रहा है और कौन बेईमानी कर रहा है। (फाइल फोटो)
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट नोटिस का जवाब नहीं देने वाले लोगों के खिलाफ एक्शन लेने की योजना लागू करने जा रहा है। इसके साथ ही, विभाग ने बकाया टैक्स और जुर्माना वसूलने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक अभियान चलाया है। उन लोगों की धर-पकड़ की जा रही है, जिन्होंने अपनी आय क दिखाई है, लेकिन जिनके बैंक अकाउंट में आय से ज्यादा रकम जमा है। (फाइल फोटो)
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अब अपनी आय और संपत्ति के बारे में गलत जानकारी देने वालों के बैंक खातों को भी फ्रीज करवाएगा और उनकी संपत्ति की जब्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अब अगर कोई इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिस, एसएमएस या ईमेल का जवाब नहीं देता है, तो उसे संदिग्ध माना जाएगा और उसके खिलाफ जांच-पड़ताल शुरू करके कार्रवाई की जाएगी। (फाइल फोटो)
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कुछ ऐसे कारोबारियों के बैंक खातों को फ्रीज करने और उनकी दूसरी संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिन्होंने विभाग को गलत जानकारी दी है। विभाग बड़े पैमाने पर सर्वे ऑपरेशन शुरू कर रहा है, जिसमें उन लोगों की धर-पकड़ की जाएगी, जो गलत सूचना देकर विभाग को गुमराह करते हैं और टैक्स चोरी करते हैं। (फाइल फोटो)