15 मार्च को मिलेगा कमाई का बड़ा मौका, सिर्फ 14950 रुपए लगाकर पहले ही दिन हसिल कर सकते हैं तगड़ा मुनाफा
बिजनेस डेस्क। 15 मार्च को कमाई का बड़ा मौका मिलने वाला है। बता दें कि इस दिन लक्ष्मी ऑर्गेनिक्स (Laxmi Organics) का आईपीओ (IPO) आने वाला है। अगर किसी वजह से इसके पहले आईपीओ में आप पैसा लगाने से चूक गए हैं, तो यह एक बैहतरीन मौका फिर सामने आया है, जिसमें कम निवेश पर तगड़ा मुनाफा मिल सकता है। बता दें कि कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड भी तय कर दिया है। जानें इसके बारे में डिटेल्स।
(फाइल फोटो)
Asianet News Hindi | Published : Mar 9, 2021 1:20 PM IST / Updated: Mar 09 2021, 06:57 PM IST
लक्ष्मी ऑर्गेनिक्स (Laxmi Organic) के इस आईपीओ (IPO) में 300 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे। वहीं, प्रमोटर्स येलो स्टोन ट्रस्ट (Yellow Stone Trust) द्वारा 300 करोड़ रुपए के शेयर्स की बिक्री ऑफर फॉर सेल के जरिए की जाएगी। (फाइल फोटो)
लक्ष्मी ऑर्गेनिक्स ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 129-130 रुपए तय किया है। आईपीओ का लॉट साइज 115 शेयरों का तय किया गया है। प्राइस बैंड 130 रुपए के हिसाब से इस आईपीओ में कम से कम निवेशकों को 14950 रुपए लगाना जरूरी होगा। (फाइल फोटो)
बता दें कि प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के बाद कंपनी का इश्यू साइज 800 करोड़ रुपए से घटकर 600 करोड़ रुपए रह गया है। कंपनी ने प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिए 1,55,03,875 इक्विटी जारी करके पहले ही 200 करोड़ रुपए जुटा लिए हैं। इस वजह से फ्रेश इश्यू का साइज 500 करोड़ रुपए से घटकर 300 करोड़ रुपए रह गया। (फाइल फोटो)
लक्ष्मी ऑर्गेनिक्स आईपीओ के जरिए जुटाए गए फंड का इस्तेमाल अपनी सहयोगी इकाई येलोस्टोन फाइन केमिकल (YFCPL) में करेगी। कंपनी की योजना इस यूनिट में निवेश करने की है। इसके अलावा, फंड का कुछ हिस्सा वर्किंग कैपिटल और मैन्युफैक्चरिंग के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा। (फाइल फोटो)
लक्ष्मी ऑर्गेनिक्स एथाइल एसेटेट (ethyl acetate) मार्केट में देश की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चर कंपनी है। भारत के एथाइल एसेटेट मार्केट में कंपनी की हिस्सेदारी करीब 30 फीसदी है। येलोस्टोन फाइन केमिकल (YFCPL) का अधिग्रहण पूरा करने के बाद कंपनी का मार्केट शेयर और बढ़ेगा। भारत में डिकटेन डेरिवेटिव्स (Diketene Derivatives) बनाने वाली यह अकेली कंपनी है। (फाइल फोटो)
लक्ष्मी ऑर्गेनिक्स कंपनी की पहुंच दुनिया के 30 देशों में है। इसमें चीन, नीदरलैंड्स, रूस, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। इसके प्रमुख ग्राहकों में अलेम्बिक फार्मा, डॉ. रेड्डीज लैब्स, हेटेरो लैब्स, लॉरस लैब्स, मैकलॉयड फार्मा, मायलैन लैब्स, यूनाइटेड फॉसफोरस जैसी दिग्गज फार्मा कंपनियां हैं। (फाइल फोटो)