बिजनेस डेस्क। कोरोनावायरस संकट की वजह से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 6 महीने के लिए कर्जदारों को लोन मोरेटोरियम (Loan Moratorium) की सुविधा दी थी। इसके तहत बैंकों से लोन लेने वालों को ईएमआई (EMI) चुकाने से राहत मिली थी। 31 अगस्त को रिजर्व बैंक ने यह सुविधा खत्म कर दी। इसके बाद अब सितंबर से लोन लेने वालों को ईएमआई चुकानी पड़ रही है। इसे लेकर रिजर्व बैंक ने दूसरे बैंकों को लोन रिस्ट्रक्चरिंग का सुझाव दिया था, ताकि कर्जदारों को राहत मिल सके। वहीं, पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ( CAG) राजीव महर्षि की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है, जो इस मसले पर सुझाव देगी। इससे यह उम्मीद बनी है कि लोन लेने वालों को कुछ राहत मिल सकती है। (फाइल फोटो)